30 की उम्र के बाद वजन क्यों बढ़ता है? स्टडी से जानिए कारण, एक्सपर्ट ने बताया इन 5 तरीकों से करें कंट्रोल

Weight Loss Tips: द लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्राइनोलॉजी में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, भारत में 20 साल से अधिक उम्र के हर तीन में से एक व्यक्ति को पेट का मोटापा, चार में से एक को आम मोटापा और पांच में से एक को हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या है.

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30 की उम्र के बाद वजन क्यों बढ़ता है?
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  • उम्र बढ़ने पर मांसपेशियों की मात्रा कम होने से कैलोरी जलाने की क्षमता घट जाती है और वजन बढ़ता है
  • भारत में लगभग हर चार में से एक व्यक्ति वजन बढ़ने की समस्या से जूझ रहा है, जो गंभीर स्वास्थ्य संकेत है
  • शारीरिक गतिविधि की कमी, देर तक बैठना और स्क्रीन के सामने ज्यादा समय बिताना वजन बढ़ने के मुख्य कारण हैं
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Weight Loss Tips: अगर, आप 30 साल से अधिक हो गए हैं तो जरूर ही आपने अपना वजन बढ़ना महसूस किया हो. अक्सर खाने की आदतों में कोई बदलाव नहीं होने के बावजूद यह समस्या हो जाती है. लोग इस बात से हैरान रह जाते हैं कि क्यों इतनी तेजी से वजन बढ़ गया. एनएफएचएस-5 (2019-21) का कहना है कि लगभग हर चार में से एक भारतीय पुरुष और महिला वजन बढ़ने की समस्या से परेशान है. वजन बढ़ने की बड़ी वजह शरीर में होने वाले स्वाभाविक परिवर्तन हैं. उम्र के साथ मांसपेशियों की मात्रा धीरे-धीरे कम होती है. मांसपेशियां कम होने की स्थिति में जब शरीर काम नहीं कर रहा होता है, तो कम कैलोरी बर्न करता है. समय के साथ भूख लगने और फैट जमा होने के लिए जिम्मेदार हार्मान में भी बदलाव आता है, इसके चलते ही वजन बढ़ने लगता है.

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दिल्ली के पटपड़गंज में स्थित मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, सीनियर डायरेक्टर-जनरल, लेप्रोस्कोपिक और रोबोटिक सर्जरी, डॉ. आशीष गौतम ने बताया कि देर तक बैठ कर काम करना, मूवमेंट नहीं करना और घंटों स्क्रीन से चिपके रहना. कुल मिला कर एक्टिविटी बेहद कम हो जाती है, जो वजन बढ़ने का कारण बनता है. डॉ. आशीष गौतम से जानिए वजन कंट्रोल करने के लिए क्या करना चाहिए?

क्या कहती है स्टडी

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक, 50 फीसद भारतीय फिजिकल एक्टिविटी के टारगेट पूरा नहीं करते हैं. “स्टेट ऑफ़ फ़ूड सिक्योरिटी एंड न्यूट्रिशन इन द वर्ल्ड” रिपोर्ट (2024) के मुताबिक, लगभग 40 फीसद लोगों में जरूरी न्यूट्रिएंट्स का अभाव भी है, खानपान की आदतें भी बदल गई हैं. आज 55 फीसद भारतीयों के लिए हेल्दी डाइट बजट से बाहर है.

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च का एक देशव्यापी शोध द लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्राइनोलॉजी (2023) में प्रकाशित किया गया है. इस रिसर्च के मुताबिक, भारत में 20 साल से अधिक उम्र के हर तीन में से एक व्यक्ति को पेट का मोटापा, चार में से एक को आम मोटापा और पांच में से एक को हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या है.

जीबीडी ओबेसिटी कोलैबोरेटर्स, एन इंगल जे मेड 2017 के आंकड़े में भारत को दुनिया में मोटे बच्चों की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश बताया गया है. आज बच्चे बहुत ज्यादा कैलोरी लेते हैं और लंबे समय तक घर के अंदर बैठे रहते हैं. बचपन की इन आदतों की वजह से कम उम्र में ही डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या और फिर हीन भावना से भर जाते हैं.

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वजन कैसे करें कंट्रोल

आहार में ज्यादातर फल और सब्जियां, साबुत अनाज, दालें, फलियां, अंडे, दूध, दही, लीन मीट और नट्स होने चाहिए. ये एनर्जी लेवल स्थिर रखने और क्रेविंग कम करने में मदद करते हैं. प्रोसेस्ड फ़ूड और मीठे ड्रिंक्स फटाफट कैलोरी भर देते हैं, लेकिन भूख कंट्रोल करने में मदद नहीं करते.

एक्सरसाइज

सप्ताह में दो से तीन दिन स्ट्रेंथ एक्सरसाइज करने से आपकी मांसपेशियां कमजोर होने से बच सकती हैं. एक्सरसाइज़ के तहत खुद का बॉडी वेट, रेजिस्टेंस बैंड या वेट्स का इस्तेमाल करने से मेटाबॉलिज्म और पोस्चर सही रखने में मदद मिल सकती है. स्क्वाट्स, लंजेस, प्लैंक्स और बेसिक डंबेल मोशन से आप एक अच्छी शुरुआत कर सकते हैं.

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डेली मूवमेंट बढ़ाना

डेली 30 से 45 मिनट तक चलने की ठान लें. घंटों बैठना जरूरी हो तो बीच-बीच में छोटे वॉक या फिर एक्सरसाइज़ कर लें. रेगुलर चलने-फिरने से ब्लड शुगर और भूख दोनों के कंट्रोल पर सीधा असर पड़ता है.

अच्छी नींद लें

आप पूरी नींद नहीं लेते हैं, तो आपके अंदर जरूरत से ज्यादा कैलोरी लेने की भूख हो सकती है. हर रात सात से आठ घंटे सोने से हॉर्मोन्स आपके कंट्रोल में रहते हैं जिनका भूख से संबंध है.

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स्ट्रेस पर कंट्रोल

स्ट्रेस की वजह से हार्मोन में बदलाव आते हैं. इससे पेट का मोटापा बढ़ सकता है. योग, ब्रीदिंग एक्सरसाइज़/प्राणायम या घर से बाहर टहलने से यह असर कम हो सकता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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