सर्दी-जुकाम में कौन सा काढ़ा पीना चाहिए? गले के लिए काढ़ा कैसे बनाएं, बाबा रामदेव से जानिए

Sardi Jukam Ke Liye Kadha: योग गुरु और आयुर्वेद एक्सपर्ट बाबा रामदेव ने बताया कि सर्दी-जुकाम में कौन सा काढ़ा पीना चाहिए. गले के लिए काढ़ा कैसे बनाएं. एक से दो दिन ही काढ़ा बनाकर पिया जाए तो सर्दी-जुकाम और खांसी की छु्ट्टी हो जाती है.

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सर्दी-जुकाम के लिए काढ़ा कैसे बनाएं
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Cold And Cough: सर्दियों के मौसम में सेहत का अधिक ध्यान रखना पड़ता है, क्योंकि ठंडी हवाएं सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं. सर्दी-जुकाम जल्दी हो जाता है. सर्दी-जुकाम पर सही से देखभाल नहीं की जाए तो यह बुखार और कभी-कभी ज्यादा नुकसानदायक हो जाती है. हालांकि, सर्दी-जुकाम होने पर अक्सर लोग डॉक्टर के पास जाने से बचते है और मेडिकल स्टोर से ही दवा लेकर खा लेते हैं, लेकिन दवा का अधिक सेवन भी सेहत के लिए हानिकारक होता है. ऐसे में इन दिक्कतों का रामबाण इलाज साबित होता है काढ़ा. एक से दो दिन ही काढ़ा बनाकर पिया जाए तो सर्दी-जुकाम और खांसी की छुट्टी हो जाती है. दादी-नानी के समय से सर्दी-जुकाम में काढ़ा दिया जाता रहा है. योग गुरु और आयुर्वेद एक्सपर्ट बाबा रामदेव ने बताया कि सर्दी-जुकाम में कौन सा काढ़ा पीना चाहिए? गले के लिए काढ़ा कैसे बनाएं.

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योग गुरु और आयुर्वेद एक्सपर्ट बाबा रामदेव ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि सर्दी-जुकाम से बचने के लिए तुलसी, अदरक, काली मिर्च, लौंग और शहद का काढ़ा बहुत असरदार होता है. इस काढ़े को बनाने के लिए तुलसी के पत्ते, अदरक का टुकड़ा, काली मिर्च और लौंग को एक कप पानी में 5-7 मिनट तक उबालें. काढ़ा आधा होने पर गैस बंद कर दें, छान लें और गुनगुना होने पर इसमें शहद मिलाएं.

कैसे बनाएं काढ़ा

काढ़ा बनाने के लिए 2 कप पानी, एक चम्मच कटा अदरक, 5 तुलसी के पत्ते, 2-3 लौंग और 2-3 काली मिर्च लें. सबसे पहले आंच पर बर्तन चढ़ाएं और उसमें लौंग, काली मिर्च, अदरक और तुलसी डालकर पकाएं. इसमें शहद डालकर पिएं. इससे गला एकदम सही और साफ रहेगा.

कैसे काम करता है काढ़ा

यह काढ़ा शरीर की गर्मी बढ़ाता है और सर्दी के कारण बंद हुए साइनस को खोलने में मदद करता है. यह बलगम को ढीला करता है और गले की जलन को कम करता है. इसकी भाप नाक के रास्ते को साफ करती है, जिससे तुरंत आराम मिलता है. इस काढ़े को लगातार 2-3 दिनों तक पीने से न केवल नाक साफ होती है, बल्कि खांसी और गले की खराश भी कम होती है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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