Healthy Tips: पौटेशियम की कमी को हाइपोकेल्मिया भी कहते हैं. यह दिक्कत तब होती है जब शरीर को पर्याप्त मात्रा में पौटेशियम नहीं मिलता है या फिर पौटेशियम की शरीर में कमी होने लगती है. पौटेशियम की कमी खासकर मसल्स को प्रभावित करती है और दिल की सेहत पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है. पौटेशियम की कमी कई कारणों से हो सकती है, जैसे खानपान में पौटेशियम की कमी, पेट से जुड़ी दिक्कतें, डायरिया, उल्टी, किडनी से जुड़ी समस्याएं, जरूरत से ज्यादा पसीना बहना और एल्कोहल का सेवन. यहां जानिए शरीर में पौटेशियम की कमी होने पर कौन-कौनसे लक्षण नजर आने लगते हैं.
पौटेशियम की कमी के लक्षण | Potassium Deficiency Symptoms
हाई ब्लड प्रेशरशरीर में इल्केट्रोलाइट्स के बैलेंस को मेंटेन करने में पौटेशियम महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. लो पौटेशियम लेवल्स से सोडियम पर प्रभाव पड़ता है और हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत हो जाती है.
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पौटेशियम की कमी मसल्स में दर्द का कारण बन सकती है. इसके अलावा, मसल्स के कमजोर होने की दिक्कत भी हो सकती है.
थकान और कमजोरी
पौटेशियम मसल्स कोंट्रेक्शंस में मददगार होते हैं. जब ब्लड पौटेशियम लेवल्स कम होने लगते हैं तो मसल्स कोंट्रेक्शंस की गति धीमी होने लगती है. ऐसे में कमजोरी और थकान महसूस होने लगती है.
दिल पर भी पौटेशियम की कमी का असर पड़ता है. पौटेशियम हार्ट मसल्स कोंट्रेक्शंस तो रेग्यूलेट करता है. शरीर को पर्याप्त मात्रा में पौटेशियम नहीं मिलता है तो दिल की धड़कनें अनियमित होने लगती हैं. यह दिल से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है.
सांस लेने में तकलीफपौटेशियम की कमी श्वसन संबंधी बीमारियों का कारण भी बनती है. सांस लेने में दिक्कत के अलावा पौटेशियम की कमी से फेफड़ों से जुड़ी दिक्कतें भी हो सकती हैं.
पेट से जुड़ी दिक्कतेंलो पौटेशियम लेवल्स डाइजेस्टिव सिस्टम को नुकसान पहुंचाते हैं जिससे पेट फूलने की दिक्कत हो सकती है. लो पौटेशियम लेवल्स के चलते ही कब्ज की दिक्कत भी हो जाती है.
पॉलीयूरियाबार-बार पेशाब लगना भी शरीर में पौटेशियम की कमी के कारण होता है. इस कंडीशन को पॉलीयूरिया कहा जाता है. पॉलीयूरिया के कारण पॉलीडिप्सिया यानी बार-बार प्यास लगने की दिक्कत भी हो सकती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.