Healthy Stomach: पेट की सेहत खराब रहती है तो पूरे शरीर पर इसका प्रभाव पड़ता है. अगर बार-बार ही पेट खराब होने लगे तो व्यक्ति को कुछ खाने-पीने से ही डर लगने लगता है. इसके अलावा, पेट में अपच, ब्लोटिंग, एसिडिटी, गैस (Gas) और कब्ज जैसी दिक्कतें भी खराब गट हेल्थ के कारण होती हैं. व्यक्ति कुछ खाता है तो पेट गड़बड़ाने लगता है या फिर पेट में अक्सर ही दर्द होता है तो यह भी बुरी गट हेल्थ का संकेत होता है. इसीलिए गट हेल्थ (Gut Health) को बेहतर करना जरूरी है. न्यूट्रिशनिस्ट दीपशिखा जैन कुछ ऐसे टिप्स साझा कर रही हैं जो गट हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं. दीपशिखा सेहत से जुडे ऐसे टिप्स अक्सर ही अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर करती रहती हैं.
बाहर निकले पेट को अंदर कर देती हैं ये 5 ड्रिंक्स, रात के समय पीने पर घटने लगेगा बैली फैट
गट हेल्थ कैसे करें बेहतर | How To Improve Gut Health
न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि गट हेल्थ को अच्छा रखने के लिए खानपान में गुड फैट्स को शामिल करना जरूरी होता है. आप डाइट में नारियल का तेल, ऑलिव ऑयल, अखरोट और अलसी के बीजों को शामिल कर सकते हैं. गुड फैट्स गट लाइनिंग को प्रोटेक्ट करते हैं, इंफ्लेमेशन को कम करते हैं और गट हेल्थ को अच्छा रखते हैं.
खुद को एक्टिव रखना भी गट हेल्थ को बेहतर रखने में सहायक होता है. इसके लिए फिजिकल एक्टिविटी करते रहना फायदेमंद होता है. जितना आप शरीर को हिलाएंगे-डुलाएंगे और एक्सरसाइज (Exercise) करेंगे उतना ही आपके शरीर में हैप्पी हार्मोन सेरोटॉनिन और एंडोर्फिंस बढ़ेंगे. गट में सबसे ज्यादा हैप्पी हार्मोन इसी तरह बढ़ेंगे और इससे आपकी मानसिक और शारीरिक सेहत भी अच्छी रहेगी.
गट हेल्थ अच्छी रखने का तीसरा तरीका है कि आप खानपान में फाइबर, प्रीबायोटिक और प्रोबायोटिक्स को भरपूर मात्रा में शामिल कर सकते हैं, जैसे कंबोजा, ग्रीक योगर्ट और दही या फर्मेंटेंड फूड. इन फूड्स का यह फायदा होता है कि ये गुड बैक्टीरिया के लिए अच्छे फूड्स साबित होते हैं जिससे बुरे बैक्टीरिया कम होते हैं और गट हेल्थ अच्छी रहने लगती है.
- पेट की सेहत बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें. इससे शरीर हाइड्रेटेड रहता है. आप दिनभर में तकरीबन 8 गिलास तक पानी पी सकते हैं.
- बाहर के प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन कम करें. इसके अलावा एडेड शुगर को भी कम से कम डाइट का हिस्सा बनाना चाहिए.
- नींद पूरी करना ना भूलें. नींद की कमी (Sleeplessness) भी पेट की दिक्कतों का कारण बनती है.
- तनाव को कम करने की कोशिश करें. पेट से जुड़ी कई तरह की समस्याएं (Stomach Problems) स्ट्रेस की वजह से होती हैं, इसीलिए स्ट्रेस मैनेज करना बहुत जरूरी होता है.
- रोज-रोज बाहर का खाने के बजाय कोशिश करें घर का सादा खाना ज्यादा से ज्यादा डाइट का हिस्सा रहे.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.