How to raise vitamin D quickly: विटामिन D हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी पोषक तत्व है. यह हमारी हड्डियों को मजबूत बनाता है, इम्यून सिस्टम को सपोर्ट करता है और शरीर में कई जरूरी कामों को कंट्रोल करता है. हालांकि, हमारे देश में 80 प्रतिशत से ज्यादा लोग इस जरूर विटामिन की कमी से जूझ रहे हैं. इसका अहम कारण है, धूप की कमी. विटामिन डी का मुख्य स्रोत धूप होती है. ऐसे में इसकी कमी को पूरा करने के लिए सुबह की धूप में बैठने की सलाह दी जाती है. हालांकि, आज की भागदौड़ भरी जिंदगी के चलते लोग सुबह के समय टाइम नहीं निकाल पाते हैं, जिससे उन्हें विटामिन डी नहीं मिल पाता है. ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल होता है कि क्या धूप से विटामिन डी केवल सुबह के समय ही मिल सकता है या दोपहर के समय धूप में बैठने से भी विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है? आइए एक्सपर्ट से जानते हैं इन सवालों का जवाब-
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क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इसे लेकर एम्स और हार्वर्ड से प्रशिक्षित मशहूर डॉक्टर सौरभ सेठी ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में वे बताते हैं, विटामिन डी के लिए सुबह की धूप में बैठना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है. सुबह-सुबह की धूप हल्की और लाभदायक होती है. इस समय धूप में बैठने से त्वचा को भी ज्यादा नुकसान नहीं होता है. हालांकि, अगर आप सुबह समय नहीं निकाल पा रहे हैं, तो रोजाना केवल 10 से 30 मिनट तक दोपहर की धूप में बैठ सकते हैं. आमतौर पर 11 बजे से 2 बजे के बीच धूप में बैठने से शरीर 1,000 से 2,000 इंटरनेशनल यूनिट्स (IU) तक विटामिन D बना सकता है.
इससे अलग डॉक्टर सेठी ने विटामिन डी से जुड़ी कुछ अन्य जानकारी भी दीं. डॉक्टर बताते हैं-
- विटामिन डी सिर्फ विटामिन नहीं, बल्कि हमारी बॉडी में एक हार्मोन की तरह काम करता है. यह शरीर में 200 से ज्यादा जीन को नियंत्रित करता है. यानी यह कई तरह के बॉडी फंक्शन्स में शामिल होता है.
- भोजन से विटामिन D बहुत कम मिलता है. इसे सिर्फ खाने से पूरा करना मुश्किल है. इसके लिए बहुत ज्यादा मात्रा में मछली, अंडे या मशरूम खाना पड़ेगा. शरीर सिर्फ 15 मिनट की धूप में जितना विटामिन D बनाता है, उतना भोजन से लेना लगभग असंभव है.
- इसकी कमी का पता तुरंत नहीं चलता. कई सालों तक शरीर में विटामिन डी की कमी बनी रह सकती है. ऐसे में अगर आपको थकान, मूड स्विंग्स या बार-बार संक्रमण होना जैसे लक्षण नजर आएं, तो एक बार विटामिन डी का टेस्ट जरूर करा लें.
- इन सब से अलग बहुत ज्यादा विटामिन D भी नुकसानदायक हो सकता है. अगर आप जरूरत से ज्यादा सप्लिमेंट लेते हैं, तो किडनी पर असर पड़ सकता है. आमतौर पर 600 से 800 IU रोजाना पर्याप्त मानी जाती है, लेकिन मात्रा डॉक्टर से पूछकर ही तय करनी चाहिए. डॉक्टर सेठी के अनुसार, रोज थोड़ी देर धूप में रहना सप्लिमेंट से कहीं बेहतर और सुरक्षित तरीका है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.