International Day Of Yoga 2025: योग का हमारे जीवन में अत्यधिक महत्व है. योग या योगा ना सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी फायदेमंद होता है. बच्चों से लेकर बड़ों तक को योगा (Yoga) करने की सलाह दी जाती है. यह शरीर को मजबूती देता है, शारीरिक और मानसिक दिक्कतों को दूर रखता है, शरीर में लचकता लाता है, बीमारियों से मुक्ति दिलाता है और पेट से लेकर हड्डियों तक की दिक्कतों को दूर रखने में असरदार होता है. योगा के इसी महत्व से लोगों को अवगत कराने के लिए हर साल 21 जून के दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (Yoga Day) मनाया जाता है. आइए जानते हैं योग दिवस मनाने के इतिहास, इस साल की थीम और इस दिन के महत्व के बारे में.
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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 की थीम | International Day Of Yoga 2025 Theme
प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल योग दिवस की थीम (Theme) की घोषणा की है. इस साल योग दिवस की थीम 'योगा फॉर बन अर्थ, वन हेल्थ' यानी 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योगा' तय की गई है. मन की बात के दौरान पीएम मोदी ने यह भी कहा कि योग के जरिए हमारा मकसद पूरे विश्व को स्वस्थ करना है.
27 सितंबर, 2014 को अपनी संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था. इस प्रस्ताव को 11 दिसंबर, 2014 को मंजूरी दी गई और 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में चुना गया. पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून, 2015 में मनाया गया था. लाखों लोगों ने इस दिन योग किया जिससे इस दिन को मनाना सफल हुआ.
21 जून (21 June) को योग दिवस चुनने की बात की जाए तो इसका भी अपना एक खास महत्व है. 21 जून साल का सबसे लंबा दिन होता है. इसे ग्रीष्म संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है. ऐसे में अध्यात्म के लिए यह दिन बेहद खास माना जाता है और इसीलिए इसे योग दिवस के लिए भी चुना गया.
योगा व्यक्ति के लिए हर रूप में फायदेमंद होती है. शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के लिए योगा की जाती है. इससे व्यक्ति रोगों से मुक्त रहता है. वहीं, बेहतर जीवनशैली के लिए भी योगा की जाती है. अगर कम उम्र से ही व्यक्ति को योगा की आदत हो तो शरीर रोगग्रस्त नहीं होता, मोटापा दूर रहता है, त्वचा निखरी हुई रहती है, बालों को मजबूती मिलती है, हाई बल्ड प्रेशर या हाई कॉलेस्ट्रोल जैसी समस्याएं नहीं होती हैं और मानसिक दिक्कतें भी कोसों दूर रहती हैं.