How to avoid gas in dal: दाल हर भारतीय घर में लगभग रोज ही बनाई जाती है. इसका न केवल स्वाद लोगों को खूब पसंद आता है, बल्कि दाल को सेहत के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है. खासकर दाल में प्रोटीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है. ऐसे में शाकाहारी लोग अपना प्रोटीन इंटेक पूरा करने के लिए दाल खाना पसंद करते हैं. लेकिन, इन तमाम फायदों के बावजूद कई लोगों की शिकायत होती है कि दाल खाने से उन्हें पेट में भयंकर गैस से जूझना पड़ता है. ऐसे में न चाहते हुए भी वे दाल से परहेज करने पर मजबूर हो जाते हैं. अगर आप भी इन लोगों में से एक हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं गैस और एसिडीटी से बचते हुए दाल का सेवन कैसे करें.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
इसे लेकर फेमस सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो में पोषक विशेषज्ञ बताती हैं, दाल को अगर सही तरीके से बनाया और खाया जाए तो गैस, एसिडीटी या पेट फूलने की शिकायत नहीं होती है.
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क्या है दाल खाने का सही तरीका?भिगोकर रखें
न्यूट्रिशनिस्ट दाल को पकाने से पहले कम से कम 5 से 6 घंटे तक पानी में भिगोने की सलाह देती हैं. ऐसा करने से इनमें मौजूद फाइटिक एसिड और अन्य एंटी-न्यूट्रिएंट्स कम हो जाते हैं, जिससे पाचन में आसानी होती है.
दाल बनाते समय न्यूट्रिशनिस्ट इसमें सरसों के बीज, हींग और जीरा डालने की सलाह देती हैं. ये सभी मसाले पाचन को बेहतर करते हैं. ऐसे में इन्हें खाने से भी गैस या एसिडिटी की समस्या नहीं होती है.
दाल को बनाते समय न्यूट्रिशनिस्ट इसे पूरी तरह से पकाने को जरूरी बताती हैं. कच्ची रहने पर दाल गैस का कारण बन सकती है. इसके साथ ही न्यूट्रिशनिस्ट एक साथ कई दालों को मिक्स नहीं करने की सलाह देती हैं.
इन सब से अलग पोषण विशेशज्ञ दाल में नींबू का रस मिलाकर खाने को फायदेमंद बताती हैं. श्वेता शाह के मुताबिक, ये तरीका भी गैस और एसिडीटी की परेशानी को कम करने में मदद कर सकता है.
इन कुछ खास बातों को ध्यान में रखकर आप दाल खाने के बाद गैस, पेट फूलने या अपच की परेशानी से बच सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.