Constipation Diet: आमतौर पर पेट से जुड़ी कई दिक्कतें हैं जो परेशान करती ही रहती हैं और इन्हीं में से एक है कब्ज. खानपान में फाइबर और तरल पदार्थों की कमी होने पर कब्ज की दिक्कत हो जाती है. कब्ज (Constipation) होने पर मलत्याग करने में दिक्कत होती है और पेट सही तरह से साफ नहीं हो पाता है. लेकिन, कब्ज से राहत पाने के लिए आप पपीते का सेवन कर सकते हैं. पपीता (Papaya) विटामिन ए, बी, सी के साथ ही कैल्शियम, फाइबर, मैग्नीशियम और पौटेशियम का भी अच्छा स्त्रोत है. इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं. ऐसे में कब्ज से राहत पाने के लिए पपीते का सेवन किया जा सकता है. जानिए पपीते को कब्ज में कैसे खाएं और इसके अलावा कौनसे फल कब्ज से छुटकारा दिला सकते हैं.
बाल सफेद हो गए हैं तो इन 3 में से बस एक हेयर मास्क लगाकर देख लीजिए, काले हो जाएंगे White Hair
कब्ज से राहत दिलाने वाले फल | Fruits To Relieve Constipation
पपीताकब्ज से परेशान हैं तो रोजाना सुबह खाली पेट पपीता खा सकते हैं. इससे शरीर को फाइबर की भरपूर मात्रा मिलती है जो मलत्याग में मदद करती है. इसके अलावा, पपीता खाने पर अपच और एसिडिटी जैसी पेट की दिक्कतें भी दूर हो जाती हैं.
अब भी घर से जाने का नाम नहीं ले रही हैं चींटियां तो आजमाकर देख लें ये 5 तरीके, Ants हो जाएंगी गायब
अगर कब्ज से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आप नाशपाती का सेवन भी कर सकते हैं. यह फाइबर से भरपूर है और इसीलिए कब्ज पर रामबाण साबित होने वाला फल भी है. इससे मल (Stool) का भार बढ़ता है और मल बिना ज्यादा जद्दोजहद के बाहर निकल आता है. रोजाना नाशपाती का सेवन किया जाए तो पेट साफ होने में दिक्कत नहीं आती है.
फाइबर से भरपूर सेब भी कब्ज में खाए जाने के लिए अच्छे हैं. सेब (Apple) अच्छे गट बैक्टीरिया को भी बढ़ाता है. इसके अलावा, इससे मलत्याग आसान बनता है. सेब को सादा भी खाया जा सकता है और इसे ओट्स, सलाद या फिर स्मूदी बनाकर भी पी सकते हैं.
आलूबुखारा में भरपूर फाइबर होता है और इसे खाने पर पेट पर लैक्सेटिव इफेक्ट पड़ता है जिससे मलत्याग आसान बनता है. आलूबुखारा को इस चलते कब्ज दूर करने के लिए खाया जा सकता है. आलूबुखारा से ब्लोटिंग और गैस से भी राहत मिलती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.