Home Remedies: कब्ज पेट और आंतों से जुड़ी एक ऐसी दिक्कत है जिसमें मलत्याग करने में दिक्कत होने लगती है. मलत्याग सही तरह से ना होना कष्टदायी तो होता ही है, साथ ही दिनभर पेट में भारीपन महसूस होता है सो अलग. कब्ज (Constipation) होने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें समय पर खाना ना खाना, खानपान में तरल पदार्थों की कमी, शरीर को बराबर मात्रा में पोषण ना मिलना, एक्सरसाइज की कमी, मोटामा और इंफेक्शन आदि हो सकते हैं. कब्ज होने पर यूं तो लोग अलग-अलग तरह के उपाय अपनाने की कोशिश करते हैं लेकिन अक्सर मनचाहा नतीजा नहीं मिल पाता. ऐसे में आप घी (Ghee) का सेवन कर सकते हैं. घी को सही तरह से खाया जाए तो कब्ज से तेजी से आराम मिल जाता है.
गर्मियों में वजन घटाने के लिए खा लीजिए ये 3 तरह के सलाद, अंदर से पिघलना शुरू हो जाएगा फैट
कब्ज दूर करने के लिए घी | Ghee For Constipation
घी खाने की ऐसी चीज है जिसे भारतीय घरों में तरह-तरह से खाया जाता है. कोई इसे रोटी में लगाकर खाता है, कोई सब्जी घी से ही पकाता है तो कोई दाल के ऊपर घी डालता है. अगर आप कब्ज से परेशान हैं तो घी का सेवन कर सकते हैं. घी आंतों में ल्यूब्रिकेंट की तरह काम करेगा. यह ल्यूब्रिकेंट या कहें चिकनाई की कमी ही कब्ज का कारण बन सकती है. घी के सेवन से मलत्याग आसान होगा और कब्ज से छुटकारा मिलने में मदद होगी.
घी के पोष्टिक तत्वों की बात करें तो गाय के दूध (Cow Milk) से बनने वाला घी शरीर के लिए हेल्दी फैट साबित होता है. इसमें फैट सोल्यूबल विटामिन जैसे विटामिन ए, डी. ई और के होते हैं.
आयुर्वेद में भी घी को रेचक कहा जाता है. रेचक यानी लेक्सेटिव. कब्ज दूर करने के लिए रात के समय गर्म दूध में एक चम्मच घी डालकर पी सकते हैं. इससे कब्ज से छुटकारा मिलेगा.
घी के अलावा कब्ज दूर करने में खानपान की और भी चीजें काम आती हैं. काली किशमिश फाइबर से भरपूर होती है और मल (Stool) को मुलायम बनाती है. इससे मलत्याग में आसानी मिलती है. काले किशमिश के सेवन के लिए इन्हें भिगोकर रखें और फिर खाएं. भीगे किशमिश पचाने में भी आसान होते हैं.
कब्ज दूर करने के लिए लेक्सेटिव से भरपूर आंवले के रस का सेवन भी किया जा सकता है. आंवले के रस को पीने पर या फिर आंवले के पाउडर के सेवन से कब्ज से राहत मिल सकती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.