नई दिल्ली:
अगर कहा जाए कि घर चेंज करना काफी भारी काम है तो ये गलत नहीं होगा. जहां एक ओर इस दौरान हमें अपने खास सामान की विशेष देखभाल की जरूरत होती है वहीं सामान की टूट-फूट के बारे में सोचसोच कर भी मन परेशान होने लगता है. ऐसे में सही पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी का चुनाव जरूरी हो जाता है, ताकि सामान एक स्थान से सुरक्षित दूसरे स्थान तक पहुंच जाए. इंटेरेम रीलोकेशन्स के सीईओ राहुल पिल्लै ने कहा, "हम हमारे घर के लिए सबसे अच्छी चीजें चुनने में बहुत सा समय व्यतीत करते हैं, लेकिन पैकिंग और मूविंग कंपनी के चुनाव में उतना समय नहीं लगाते. हम न तो उस कंपनी की पृष्ठिभूमि जानने की कोशिश करते हैं, न ही उसकी सेवाओं या बाजार में साख के बारे में जानने की.बिना जांच-परख के पैकिंग और मूविंग कंपनी का चुनाव कई बार ऐसा अनुभव दे जाता है, जिससे आपको जिंदगी भर पछताना पड़ता है।"
उन्होंने कहा, "अक्सर लोग ट्रांसपोर्टरों को पैकर्स और मूवर्स मान लेते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्हें अपना सामान ही तो स्थानांतरित करवाना है.हालांकि पैकिंग और मूविंग सामान के स्थानांतरण का ही एक भाग है, लेकिन इसके कई अन्य महत्वपूर्ण पहलू भी हैं, जैसे सर्वे की गुणवत्ता, पैकिंग क्रू, सामग्री, चीजों की लोडिंग और सबसे महत्वपूर्ण है इस तनावभरे समय में उपभोक्ता के प्रति सहानुभूति।"
पैकिंग और मूविंग की आवश्यकता दिन-बदिन बढ़ रही है.ऐसे में सही पैकर्स और मूवर्स कंपनी के चुनाव के लिए किन चीजों को ध्यान में रखना चाहिए.आइए जानते हैं राहुल पिल्लै के सुझाव :
एफआईडीआई सर्टिफाइड मूवर चुनें : एफआईडीआई प्रमाणित कम्पनी चुननी चाहिए.एफआईडीआई दुनिया भर में मूविंग उद्योग के लिए एकमात्र मान्यता प्राप्त सम्बद्धता है, जो अन्स्र्ट एण्ड यंग द्वारा ऑडिट के बाद ही कम्पनी को दी जाती है.यह सुनिश्चित करती है कि मुविंग कम्पनी हर बाजार में विश्वस्तरीय मानदण्डों के अनुरूप हो.आप एफआईडीआई वेबसाइट से एफआईडीआई सर्टिफिकेट की जांच भी कर सकते हैं.
मूविंग से पहले का सर्वेक्षण : मूविंग कंपनियों को शॉर्टलिस्ट करने के बाद यह सबसे महत्वपूर्ण कदम होता है.इन कम्पनियों के मूल्यांकन के लिए भौतिक सर्वेक्षण या वीडिया प्री मूव सर्वेक्षण सबसे अच्छा तरीका है.वीडियो सर्वेक्षण के दौरान आप सर्वेक्षक से कह सकते हैं कि आपको इस सुविधा या स्टोर के आस पास लेकर जाए और आप उनके बिजनेस मॉडल का अवलोकन कर सकते हैं.
कार्यालय जाएं : इसमें थोड़ा सा समय लग सकता है, लेकिन आप विस्तार से अपने सभी सवालों के जवाब पा सकेंगे.बिना जानकारी दिए मूवर्स के ऑफिस पहुंच जाएं और खुद देखें कि वहां क्या हो रहा है.
कोटेशन की समीक्षा करें : गुणवत्ता की जांच कर लेने के बाद कॉमर्शियल मूल्यांकन बेहद महत्वपूर्ण होता है.डोर टू डोर सर्विस के लिए कहें और हर मूवर द्वारा दिए गए कोटेशन की समीक्षा करें.इससे आप समझ सकेंगे कि इसमें कोई छिपे हुए शुल्क तो नहीं हैं.मात्रा, स्थानान्तरण के समय, सर्विस इन्क्लूजन/ एक्सक्लूजन, डोर टू डोर रेट, बीमा प्रीमियम, यूनियन शुल्क, कर आदि की जांच करें और चुनी गई कंपनियों के कोटेशन की तुलना करें.
ट्रांजिट बीमा : डोर टू डोर स्थानांतरण में निहित जोखिम को देखते हुए बीमा भी महत्वपूर्ण है.जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा, वाहन बीमा की तरह हमें अपने घरेलू सामान की पैकिंग और मूविंग के लिए ट्रांजिट बीमा करवाना चाहिए.शॉर्टलिस्ट की कई कम्पनी द्वारा दी गई पॉलिसी के फीचर्स को अच्छी तरह समझ लें.
सब चीजें लिखित में लें : कारोबार मौखिक भाषा को नहीं समझता.प्रमाण अनिवार्य है.इसलिए सब चीजें लिखित में लें.मूवर के द्वारा दिया गया कोटेशन हो, प्रतिबद्धता, इन्वेंटरी की सूची, बीमा के दस्तावेज, वादे, नियम और शर्ते सब लिखित में होने चाहिए.साथ ही हर प्रासंगिक दस्तावेज एवं मेल की जांच पूरी सावधानी से करें ताकि भविष्य में आप किसी भी तरह की परेशानी से बच सकें.
एजेंसी से इनपुट
उन्होंने कहा, "अक्सर लोग ट्रांसपोर्टरों को पैकर्स और मूवर्स मान लेते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्हें अपना सामान ही तो स्थानांतरित करवाना है.हालांकि पैकिंग और मूविंग सामान के स्थानांतरण का ही एक भाग है, लेकिन इसके कई अन्य महत्वपूर्ण पहलू भी हैं, जैसे सर्वे की गुणवत्ता, पैकिंग क्रू, सामग्री, चीजों की लोडिंग और सबसे महत्वपूर्ण है इस तनावभरे समय में उपभोक्ता के प्रति सहानुभूति।"
पैकिंग और मूविंग की आवश्यकता दिन-बदिन बढ़ रही है.ऐसे में सही पैकर्स और मूवर्स कंपनी के चुनाव के लिए किन चीजों को ध्यान में रखना चाहिए.आइए जानते हैं राहुल पिल्लै के सुझाव :
एफआईडीआई सर्टिफाइड मूवर चुनें : एफआईडीआई प्रमाणित कम्पनी चुननी चाहिए.एफआईडीआई दुनिया भर में मूविंग उद्योग के लिए एकमात्र मान्यता प्राप्त सम्बद्धता है, जो अन्स्र्ट एण्ड यंग द्वारा ऑडिट के बाद ही कम्पनी को दी जाती है.यह सुनिश्चित करती है कि मुविंग कम्पनी हर बाजार में विश्वस्तरीय मानदण्डों के अनुरूप हो.आप एफआईडीआई वेबसाइट से एफआईडीआई सर्टिफिकेट की जांच भी कर सकते हैं.
मूविंग से पहले का सर्वेक्षण : मूविंग कंपनियों को शॉर्टलिस्ट करने के बाद यह सबसे महत्वपूर्ण कदम होता है.इन कम्पनियों के मूल्यांकन के लिए भौतिक सर्वेक्षण या वीडिया प्री मूव सर्वेक्षण सबसे अच्छा तरीका है.वीडियो सर्वेक्षण के दौरान आप सर्वेक्षक से कह सकते हैं कि आपको इस सुविधा या स्टोर के आस पास लेकर जाए और आप उनके बिजनेस मॉडल का अवलोकन कर सकते हैं.
कार्यालय जाएं : इसमें थोड़ा सा समय लग सकता है, लेकिन आप विस्तार से अपने सभी सवालों के जवाब पा सकेंगे.बिना जानकारी दिए मूवर्स के ऑफिस पहुंच जाएं और खुद देखें कि वहां क्या हो रहा है.
कोटेशन की समीक्षा करें : गुणवत्ता की जांच कर लेने के बाद कॉमर्शियल मूल्यांकन बेहद महत्वपूर्ण होता है.डोर टू डोर सर्विस के लिए कहें और हर मूवर द्वारा दिए गए कोटेशन की समीक्षा करें.इससे आप समझ सकेंगे कि इसमें कोई छिपे हुए शुल्क तो नहीं हैं.मात्रा, स्थानान्तरण के समय, सर्विस इन्क्लूजन/ एक्सक्लूजन, डोर टू डोर रेट, बीमा प्रीमियम, यूनियन शुल्क, कर आदि की जांच करें और चुनी गई कंपनियों के कोटेशन की तुलना करें.
ट्रांजिट बीमा : डोर टू डोर स्थानांतरण में निहित जोखिम को देखते हुए बीमा भी महत्वपूर्ण है.जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा, वाहन बीमा की तरह हमें अपने घरेलू सामान की पैकिंग और मूविंग के लिए ट्रांजिट बीमा करवाना चाहिए.शॉर्टलिस्ट की कई कम्पनी द्वारा दी गई पॉलिसी के फीचर्स को अच्छी तरह समझ लें.
सब चीजें लिखित में लें : कारोबार मौखिक भाषा को नहीं समझता.प्रमाण अनिवार्य है.इसलिए सब चीजें लिखित में लें.मूवर के द्वारा दिया गया कोटेशन हो, प्रतिबद्धता, इन्वेंटरी की सूची, बीमा के दस्तावेज, वादे, नियम और शर्ते सब लिखित में होने चाहिए.साथ ही हर प्रासंगिक दस्तावेज एवं मेल की जांच पूरी सावधानी से करें ताकि भविष्य में आप किसी भी तरह की परेशानी से बच सकें.
एजेंसी से इनपुट
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