Parenting Tips: बचपन ऐसा समय है जो जीवन से एकबार जाता है तो फिर लौटकर नहीं आता. बचपन में ही बच्चों की प्रतिभा निखरती है और वे अपने स्कूल, घर या दोस्तों और रिश्तेदारों के बीच अपने हुनर और अनूठेपन के लिए जाने जाने लगते हैं. जहां एक तरफ कोंफिडेंट बच्चे हर प्रतियोगिता में भाग लेते हैं और भीड़ से अलग पहचान बना लेते हैं तो वहीं बहुत से बच्चों में आत्मविश्वास (Confidence) की कमी होती है जिससे वे हाथ आए मौके भी अपनी झिझक के चलते छोड़ देते हैं. यह माता-पिता के लिए एक बड़ी दुविधा है कि किस तरह वे बच्चे को प्रोत्साहित करें और कैसे उसका आत्मविश्वास बढ़ाएं. ऐसे में यहां दिए टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं.
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बच्चे का कोंफिडेंस कैसे बढ़ाएं | How To Build Child's Confidence
बच्चे को लेने दें रिस्कजब बच्चा कोई फैसला लेने ही वाला होता है तो यह सोचकर पीछे हट जाता है कि कहीं उससे कुछ गलती हो गई तो क्या होगा. लेकिन, यह जरूरी है कि बच्चा खुदपर विश्वास (Believe) करके आगे बढ़े. उसे समझाएं कि आगे बढ़ने की कोशिश किए बिना बैठ जाने से बेहतर है कि वह गलती करे और फिर उस गलती को सुधारे.
बच्चों में इस बात का डर छोटी उम्र से ही आ जाता है कि वे अगर आगे बढ़कर कुछ करेंगे और सही तरह से नहीं कर पाए तो सब उसपर हंसेंगे और उसका मजाक उड़ाएंगे. आप खुद भी बच्चे की हंसी उड़ाने से बचें, बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए उसे शर्मिंदा होने जैसी बातों से दूर रखें और उसे हार को भी स्वीकार करना सिखाएं.
बच्चा अगर कोई कंपीटीशन हार भी जाता है तो उसे इसके लिए बुरा महसूस ना कराएं या डांटे-डंपटे ना. हार और जीत तो लगी रहती है लेकिन अगर माता-पिता (Parents) हार को कुछ बहुत बुरा कहकर बच्चे को बताते हैं तो वह डरने और घबराने लगता है. जायज सी बात है बच्चा माता-पिता को निराश नहीं करना चाहेगा और इसीलिए अगर वह खुद को सक्षम नहीं समझेगा तो अपना आत्मविश्वास खोने लगेगा.
बच्चों की आपस में तुलना करना एक बहुत बड़ी गलती है जो कई माता-पिता करते हैं. यह तुलना मजाक में की जा सकती है, बहुत छोटी बातों पर की जा सकती है और कभी-कभार की भी हो सकती है, लेकिन इस तुलना का बच्चे के नाजुक मन पर बुरा असर पड़ता है. वह प्रतिभाशाली होते हुए भी खुद को कमतर समझने लगता है और अपना कोंफिडेंस खो देता है.
करते रहें प्रोत्साहितमाता-पिता से मिलने वाला प्रोत्साहन बच्चे को आत्मविश्वास से भर देता है. अगर बच्चा बाकी लोगों के सामने आत्मविश्वास खोने लगता है और किसी प्रतियोगिता में जाने से या स्टेज परफोर्मेंस से डरने लगता है तो आप उसका प्रोत्साहन करना ना छोड़ें. उसे बताएं कि वह कितना अच्छा प्रदर्शन कर रहा है.