
शिवांगी पाठक का कहना है कि वो दुनिया को दिखाना चाहती थीं कि महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं
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16 साल की शिवांगी ने माउंट एवरेस्ट फतह कर लिया है
ऐसा करने वाली वो सबसे कम उम्र की भारतीय महिला हैं
शिवांगी की कामयाबी पर पीएम मोदी ने उन्हें बधाई दी है
सातवीं बार एवरेस्ट के शिखर पर पहुंचा ये शख्स, बनाया नया रिकॉर्ड
हिसार में जन्मी शिवांगी का मकसद एवरेस्ट पर चढ़कर दुनिया को यह दिखाना था कि महिलाएं किसी भी लक्ष्य को हासिल करने में सक्षम होती हैं. उन्होंने यह कारनामा 'सेवन समिट ट्रेक' में हिस्सा लेने के दौरान किया.
शिवांगी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाली पहली दिव्यांग पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा को अपनी प्रेरणा मानती हैं. शिवांगी अगले महीने 17 साल की हो जाएंगे. उन्होंने पिछले महीने एक इंटरव्यू में कहा था, 'मैं यहां पर अपने बचपन का सपना पूरा करने आई हूं. मेरा सिर्फ एक ही मकसद है कि मैं इस खूबसूरत ग्रह के हर पहाड़ की चोटी को फतह कर लूं.'
पहले ही कोशिश में फतह किया माउंट एवरेस्ट
वहीं, पीएम मोदी ने शिवांगी की सफलता पर ट्वीट कर बधाई दी.
शिवांगी ने जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेन से अपना कोर्स किया है. इसके अलावा वो कश्मीर में भी ट्रेनिंग ले चुकी हैं. इस समिट में शिवांगी से पहले 14 मई की सुबह 8 बजे अरुणाचल प्रदेश की 40 वर्षीय मुरी लिंग्गी ने एवरेस्ट फतह किया. लिंग्गी चार बेटियों की मां हैं. वह तिन मेना और अंशु जामसेनपा के बाद एवरेस्ट फतह करने वाली अरुणाचल प्रदेश की तीसरी महिला हैं.Stupendous accomplishment. Congratulations to Shivangi! https://t.co/tsINI206xq
— Narendra Modi (@narendramodi) May 20, 2018
Video: 'लड़की को इतना तैयार करें कि उसे किसी की ज़रूरत न पड़े'
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