Best Roti: आज के समय में अनहेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल के चलते कई तरह की बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure), डायबिटीज (Diabetes), कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) और थायरॉइड (Thyroid) जैसी समस्याएं अब केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि युवाओं में भी ये बीमारियां आम होती जा रही हैं. इन बीमारियों को कंट्रोल करने के लिए दवाओं के साथ-साथ खानपान में बदलाव भी बेहद जरूरी है. इसकी शुरुआत आप रोटी के साथ कर सकते हैं.
दरअसल, हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि हर आटा हर किसी के लिए सही नहीं होता है. जिस तरह हर बीमारी की दवा अलग होती है, उसी तरह अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं के अनुसार आटे का चुनाव भी करना चाहिए.
नींद पूरी होने के बाद भी फील करते हैं थका-थका? डॉक्टर से जानें इसकी वजह और कैसे मिलेगा छुटकारा
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
मामले को लेकर फेमस न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन सोनिया नारंग ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डॉ. नारंग ने बताया है कि हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल और थायरॉइड जैसी बीमारियों में कौन सा आटा और किस प्रकार की रोटी आपके स्वास्थ्य को फायदा पहुंचा सकती है. आइए जानते हैं इनके बारे में-
हाई बीपी के मरीजों को डॉ. नारंग जौ के आटे की रोटी खाने की सलाह देती हैं. न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, जौ के आटे में मैग्नीशियम और पोटेशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है. ये शरीर में सोडियम के स्तर को संतुलित रखते हैं और रक्त वाहिकाओं को आराम देते हैं. इससे आपका ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहता है.
कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को न्यूट्रिशनिस्ट ओट्स के आटे से बनी रोटी खाने की सलाह देती हैं. ओट्स का आटा बीटा-ग्लूकेन (beta-glucan) से भरपूर होता है, जो पाचन तंत्र में कोलेस्ट्रॉल को बांधता है और इसके अवशोषण को कम करता है. न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, ओट्स में नेचुरल तौर पर सैचुरेटेड फैट की मात्रा भी कम होती है, जो भी कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए फायदेमंद है.
डायबिटीज पेशेंट्स को न्यूट्रिशनिस्ट काले चने के आटे से बनी रोटी खाने की सलाह देती हैं. इस आटे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ने से रोकता है. इसके अलावा काले चले के आटे में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा करता है और रक्त शर्करा यानी ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर रखता है. इन सब से अलग ये आटा कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट, आयरन और मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत हैं, जो भी डायबिटीज पेशेंट्स के लिए फायदेमंद है.
थायरॉइड (Thyroid)वहीं, अगर आप थायरॉइड के मरीज हैं, तो इस कंडीशन में न्यूट्रिशनिस्ट राजगिरा के आटे को फायदेमंद बताती हैं. इस आटे में लाइसिन (lysine) सहित कई जरूरी अमीनो एसिड होते हैं, जो थायरॉयड फंक्शन को सपोर्ट करने में मदद करते हैं. इससे अलग राजगिरा के आटे में मैग्नीशियम और आयरन भरपूर मात्रा में होता है, जो थायरॉइड हार्मोन को रेगुलेट करने और रेड ब्लड सेल्स के प्रोडक्शन का समर्थन करने में मदद करता है.
इस तरह अपनी डाइट में छोटे-छोटे बदलाव कर अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.