Faty Liver: फैटी लिवर एक ऐसी दिक्कत है जिसमें लिवर सेल्स में फैट जमने लगता है. इससे लिवर में इंफ्लेमेशन होने लगती है और लिवर डैमेज (Liver Damage) हो जाता है. इस दिक्कत को दूर ना किया जाए तो लिवर संबंधी दिक्कतें होने लगती हैं. इन दिक्कतों के कारण शरीर को सही तरह से काम करने में दिक्कत होती है. फैटी लिवर के कारण कमजोरी महसूस होती है, पेट के आस-पास दर्द महसूस होता है और हर समय बीमार-बीमार लगता है. इसके अलावा सांस फूलना, स्किन का पीला नजर आना, पैरों में सूजन और पेट पर सूजन होना भी इसके लक्षणों (Fatty Liver Symptoms)में शामिल है. ऐसे में अगर आप भी फैटी लिवर की दिक्कत से परेशान हैं तो यहां जानिए लिवर स्पेशलिस्ट डॉ. सौरभ सेठी का इसपर क्या कहना है. डॉ. सेठी ने बताया कि किस तरह फैटी लिवर की दिक्कत से छुटकारा पाया जा सकता है.
फैटी लिवर से कैसे मिलेगा छुटकारा | How To Get Rid Of Fatty Liver
नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर की दिक्कत इंसुलिन रेजिस्टेंस से जुड़ी होती है. फैटी लिवर का स्टेंडर्ड ट्रीटमेंट है वेट लॉस करना. हर हफ्ते बॉडी वेट का कम से कम 10 प्रतिशत कम करते हुए एक से डेढ़ किलो वजन घटाना जरूरी है. फैटी लिवर से छुटकारा पाने के लिए एल्कोहल से परहेज करना भी जरूरी होता है. रिसर्च में सामने आया है कि सैचुरेटेड फैट्स और कुछ सीड ऑयल्स से भरपूर डाइट फैटी लिवर की दिक्कत से लिंक्ड होती है.
दिन में 1-2 बार कॉफी पी जाए तो इससे लिवर सिरोसिस की संभावना कम होती है और फैटी लिवर की दिक्कत में राहत मिल सकती है. लेकिन, दिनभर में 2 कप से ज्यादा कॉफी ना पिएं और कॉफी के पहले और दूसरे कप के बीच 6 घंटों का अंतर रखें.
विटामिन ई (Vitamin E) ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में असरदार है. इससे इंफ्लेमेशन कम होती है और फैटी लिवर से फाइबरोसिस कम होने में भी मदद मिलती है. सूखे मेवे, बीज और हरी पत्तेदार सब्जियां विटामिन ई की अच्छी स्त्रोत होती हैं.
डॉ. सेठी का कहना है कि विटामिन डी की कमी फैटी लिवर की दिक्कत से जुड़ी है. शरीर में विटामिन डी की मात्रा कम होती है तो फैटी लिवर की दिक्कत बढ़ने लगती है. स्टडीज में सामने आया है कि विटामिन डी सप्लीमेंट्स लिवर फंक्शन को बेहतर कर सकते हैं. सूरज की धूप विटामिन डी की प्रमुख स्त्रोत होती है. इसके अलावा विटामिन डी के डाइटरी स्त्रोत में फैटी फिश और मशरूम शामिल हैं.
प्लांट रिच डाइट फैटी लिवर के रिस्क (Fatty Liver Risk) को कम कर सकती है. हेल्दी ऑप्शन में फल, सब्जियां और पूर्ण अनाज शामिल हैं. इस बात का ध्यान रखें कि शुगरी पेय पदार्थ और रिफाइंड ग्रेंस फैटी लिवर के रिस्क को बढ़ा सकते हैं.
मेडिटेरियन डाइट है फायदेमंदफाइबर और एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर मेडिटेरियन डाइट फैटी लिवर को ठीक करने में मदद करती है और मेटाबॉलिक कंडीशन को बेहतर करने में असरदार होती है.