Healthy Tips: हाथों के नाखून उंगलियों की सुंदरता तो बढ़ाते ही हैं, साथ ही इनसे शरीर के अंदर का हाल भी पता चल जाता है. नाखून (Nails) शरीर के अंदर चल रही खलबली और बीमारियों का संकेत भी देते हैं जिन्हें नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए भारी पड़ सकता है. इसी बारे में बता रही हैं न्यूट्रिशनिस्ट किरण कुकरेजा. अपने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में किरण ने बताया कि नाखूनों पर किन-किन बीमारियों (Diseases) के बारे में पता लगाया जा सकता है. साथ ही, किरण का कहना है कि ये दिक्कतें लाइफस्टाइल की गलत आदतों के कारण हो सकती हैं. न्यूट्रिशनिस्ट से ही जानिए नाखूनों पर दिखने वाले संकेतों के बारे में.
नाखून पर दिखते हैं बीमारियों के संकेत | Signs Of Diseases On Nails
नाखूनों पर सफेद निशानन्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, नाखूनों पर दिखने वाले सफेद निशान या स्पॉट्स कैल्शियम की कमी के कारण हो सकते हैं. इसके अलावा, शरीर में विटामिन डी की कमी और आयरन की कमी या फिर थायराइड डिसोर्डर होने पर भी नाखूनों पर वाइट स्पॉट्स पड़ते हैं.
अगर आपके नाखून टूटे या चटके हुए नजर आते हैं तो इसकी वजह शरीर में विटामिन बी6 की कमी, मैग्नीशियम की कमी या फिर विटामिन बी12 की कमी हो सकती है.
कम प्रोटीन वाली डाइट लेने से नाखून मुलायम और बेहद ड्राई हो सकते हैं. इसके अलावा लिवर की दिक्कत होने पर भी नाखूनों पर इस तरह के चिन्ह नजर आते हैं.
ऑक्सीजन की कमी या फेफड़ों और दिल से जुड़ी दिक्कतों के कारण नाखून नीले या पर्पल नजर आ सकते हैं. अगर आपके नाखून नीले या पर्पल नजर आ रहे हैं तो आपको भी कुछ इस तरह की दिक्कत हो सकती हैं.
शरीर में आयरन की कमी होने पर नाखून पीले और चम्मच की शेप के नजर आ सकते हैं. अगर आपके नाखून भी एकदम चपटे और अंदर की तरफ धंसे हुए दिख रहे हैं तो इसकी वजह शरीर में आयरन की कमी हो सकती है.
पीले नाखूनगहरे पीले रंग के नाखून (Yellow Nails) हो जाना लीवर की दिक्कत और फंगल बीमारियों के चलते हो सकता है. अगर आपके नाखून भी ऐसे नजर आने लगे हैं जैसे उनपर हल्दी लग गई है तो आपको डॉक्टर से जांच करवा लेनी चाहिए.
अगर जीवनशैली की आदतें अच्छी हों तो शरीर बीमारियों का घर नहीं बनता है. ऐसी कुछ अच्छी आदतों के बारे में न्यूट्रिशनिस्ट बता रही हैं.
- हेल्दी और बैलैंस्ड डाइट लें. खानपान ही आपका ईंधन है.
- रोजाना कम से कम एक घंटे तक कोई फिजिकल एक्टिविटी करें. मूवमेंट बेहद जरूरी है.
- पूरी नींद लें. क्वालिटी स्लीप (Quality Sleep) से ही शरीर को पूरा आराम मिलता है.
- दिनभर में खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए ढाई से 3 लीटर तक पानी पीना जरूरी होता है.
- अपने स्ट्रेस को कम करने की कोशिश करें. स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए प्राणायाम किया जा सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.