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मम्‍मी-पापा 5 साल के बच्‍चे का साइक‍िल सीखना है जरूरी, कारण जान हैरान हो जाएंगे आप

Cycling In Childhood: बच्चों को साइकिल सिखाने में अक्सर पेरेंट्स डर जाते हैं. डर इस बात का होता है कि बच्चे गिर जाएंगे तो उन्हें चोट लग जाएगी. जबकि बच्चों को कम उम्र में साइकिल चलाना सिखाने के कई फायदे हो सकते हैं.

मम्‍मी-पापा 5 साल के बच्‍चे का साइक‍िल सीखना है जरूरी, कारण जान हैरान हो जाएंगे आप
5 साल में साइकिल सिखाएं और कमाल के बदलाव खुद देखें.

Cycling In Childhood: बचपन में जो चीजें हम सीखते हैं, उनका असर जिंदगीभर रहता है. इन्हीं में से एक है – साइकिल चलाना. साइकिलिंग (Cycle Chalane Ke Fayde) बच्चों के लिए सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक ऐसी एक्टिविटी है जो उन्हें शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से मजबूत बनाती है. ये आदत (Cycle Chalana Kaise Seekhe) आत्मनिर्भर होना भी सिखाती है, दोस्ती बढ़ाती है और सेहत भी सुधारती है. आजकल जब बच्चे स्क्रीन में उलझे रहते हैं. ऐसे समय में साइकिल चलाना उन्हें बाहर की दुनिया से जोड़ने का एक शानदार तरीका बन सकता है. इस काम में देरी करना भी ज्यादा ठीक नहीं है. कोशिश करें कि पांच साल की उम्र आते आते बच्चों को साइकिल चलाना सिखा दें. इस एक्टिविटी में बच्चों के गिरने का डर जरूर लगता है. लेकिन असल में साइक्लिंग उन्हें ज्यादा कॉन्फिडेंट बनाती है. चलिए, जानते हैं कि बच्चों को कम उम्र में साइकिल चलाना सिखाना क्यों जरूरी है और इसके क्या-क्या फायदे हैं.

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बचपन से साइकिल सीखने के फायदे (Benefits of Learning Cycle in Childhood)

1. आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास

जब बच्चा खुद साइकिल चलाना सीखता है, तो उसमें ‘मैं कर सकता हूं' वाला आत्मविश्वास आता है. वो छोटे-छोटे रास्तों को खुद तय करना सीखता है. इस तरह उनका व्यक्तित्व भी मजबूत होता है.

2. शारीरिक स्वास्थ्य और एक्टिव बॉडी
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साइकिल चलाना एक बेहतरीन एक्सरसाइज है. इससे बच्चों की मसल्स मजबूत होती हैं, मोटापा कंट्रोल में रहता है और हार्ट भी हेल्दी रहता है.

3. फोकस और मानसिक सुकून

ओपन एनवायरनमेंट में साइकिल चलाना बच्चों के तनाव को कम करता है. इससे उनका मूड अच्छा रहता है और पढ़ाई में भी ध्यान लगता है.

4. मोटर स्किल्स और संतुलन

साइकिल चलाने से बच्चों की हाथ, पैर और आंखों का तालमेल बेहतर होता है. इससे उनकी मोटर स्किल्स और संतुलन की क्षमता बढ़ती है.

5. सामाजिक जुड़ाव

पार्क या कॉलोनी में ग्रुप साइकिलिंग से बच्चों में दोस्ती और सहयोग की भावना आती है. वे टीम वर्क और दूसरों के साथ चलना सीखते हैं.

6. ट्रैफिक नियम और जिम्मेदारी

साइकिलिंग के दौरान बच्चे हेल्मेट पहनना, ब्रेक सही समय पर लगाना और ट्रैफिक सिग्नल समझना सीखते हैं. जिससे उनमें जिम्मेदारी की भावना भी आती है.

7. पर्यावरण के प्रति समझ

बच्चों को जब छोटी उम्र से ही साइकिल चलाने की आदत होती है, तो वो ग्रीन ट्रांसपोर्ट को अहमियत देना सीखते हैं और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने से बचते हैं.

8. फैमिली टाइम और मजा

परिवार के साथ साइकिलिंग करने से बच्चों को ना सिर्फ मजा आता है, बल्कि ये क्वालिटी फैमिली टाइम का अच्छा जरिया भी बनता है.

कैसे शुरू करें (How To Start)


•    सही साइज की साइकिल और हेल्मेट लें
•    पहले बैलेंस वाली साइकल से शुरुआत करें
•    धीरे-धीरे पेडल और ब्रेक का अभ्यास करवाएं
•    बच्चे को गिरने पर डांटे नहीं, हौसला दें

                                                                                              प्रस्‍तुत‍ि: रोह‍ित कुमार 

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