नाभि में बादाम का तेल लगाने से क्या होता है? Dr. Hansaji Yogendra ने बताया किस तेल से क्या फायदे मिलते हैं

Which oil is best to put in the belly button: आयुर्वेद के मुताबिक, नाभि में तेल लगाकर मालिश करने से आपको एक साथ कई फायदे मिल सकते हैं. आइए जानते हैं इसके लिए किस परेशानी में कौन सा तेल लगाना चाहिए.

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नाभि में बादाम का तेल डालने के फायदे

Navel Oil: आपने अक्सर सुना होगा कि बालों में तेल लगाने से बाल मजबूत होते हैं या तेल की मालिश करना जोड़ों के लिए अच्छा होता है, लेकिन क्या आप नाभि में तेल डालने के फायदे जानते हैं? आयुर्वेद में नाभि में तेल डालने को 'नाभि चिकित्सा' या  'पेचोटी विधि' कहा जाता है, साथ ही इसके कई फायदे भी बताए गए हैं. आयुर्वेद के मुताबिक, नाभि से कई नसें और ऊर्जा मार्ग जुड़े होते हैं. ऐसे में नाभि में तेल लगाकर मालिश करने से आपको एक साथ कई फायदे मिल सकते हैं. हालांकि, इसके लिए किस तेल का इस्तेमाल करना चाहिए, आइए जानते हैं एक्सपर्ट से- 

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नाभि के लिए सबसे अच्छा तेल कौन सा है?

इसे लेकर हाल ही में मशहूर योग गुरु और लेखक हंसा योगेन्द्र ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डॉक्टर हंसाजी बताती हैं, नाभि में अलग-अलग तेल डालने से आपको अलग-अलग फायदे मिल सकते हैं. जैसे-

बादाम का तेल 

हंसाजी कहती हैं, अगर आपकी नींद पूरी नहीं होती, रात को बार-बार नींद खुल जाती है या आप अक्सर बेचैनी महसूस करते हैं, तो नाभि में बादाम का तेल डालना बहुत फायदेमंद हो सकता है. सोने से पहले 2–3 बूंद गुनगुना बादाम का तेल नाभि में डालकर हल्के हाथों से मसाज करने से शरीर रिलैक्स होता है और दिमाग शांत होता है. यह तनाव कम करने और गहरी नींद लाने में मदद करता है.

सरसों का तेल 

कई बार खाने के बाद पेट फूलना, भारीपन या गैस बनने की समस्या होती है. ऐसे में नाभि में सरसों का तेल लगाने से फायदा मिलता है. सरसों के तेल की गर्म तासीर पाचन को मजबूत करती है और पेट की तकलीफ कम करती है. खासतौर यह ठंडी जगहों पर रहने वाले लोगों के लिए ज्यादा अच्छा है.

नीम का तेल या नारियल का तेल 

अगर आपको एक्ने-पिंपल या बार-बार स्किन पर ब्रेकआउट की समस्या होती है तो नाभि में नीम का तेल या नारियल का तेल लगाना अच्छा माना जाता है. हंसाजी बताती हैं, ये दोनों तेल शरीर की अतिरिक्त गर्मी को कम करते हैं और खून को साफ करने में मदद करते हैं. इससे चेहरे और पीठ पर निकलने वाले पिंपल भी धीरे-धीरे कम हो सकते हैं.

अरंडी का तेल 

जिन्हें अक्सर कमर दर्द, जोड़ों का दर्द या पीरियड्स के दौरान क्रैम्प्स होते हैं, वे नाभि में अरंडी (कैस्टर) का तेल लगाकर राहत पा सकते हैं. यह तेल सूजन कम करता है और शरीर को भीतर से चिकनाई देता है, जिससे दर्द और जकड़न कम होती है.

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देसी गाय का घी 

महिलाओं में अनियमित पीरियड्स, तनाव या मूड स्विंग जैसी समस्याएं आम हैं. ऐसे में नाभि में देसी गाय का घी लगाने से फायदा होता है. योग गुरु बताती हैं, घी शरीर को ठंडक और पोषण देता है और मानसिक संतुलन को भी बेहतर करता है.

नाभि में तेल लगाने का सही तरीका

तेल को हल्का गुनगुना कर लें. फिर लेटकर 2–3 बूंद नाभि में डालें और हल्के हाथों से गोलाई में मसाज करें. हंसा योगेन्द्र बताती हैं, इसे रात को सोने से पहले करना सबसे अच्छा है.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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