बुखार में बच्चे को Paracetamol देने से पहले जान लें ये 5 बातें, डॉक्टर ने बताया एक बार में कितनी देना है सही

When to give paracetamol to baby with fever: पीडियाट्रिशियन ने पैरासिटामोल देने से जुड़ी 5 अहम बातें बताई हैं, जो हर माता-पिता को पता होनी चाहिए.

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बच्चे को Paracetamol देने से पहले जान लें ये बातें

Parenting Tips: बच्चों को बुखार आना एक आम समस्या है और ऐसे समय में पैरासिटामोल (Paracetamol) सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली दवा है. यह दवा बच्चों का तापमान कम करने में सुरक्षित और असरदार मानी जाती है. लेकिन इसे सही तरीके से देना बहुत जरूरी है. इसी कड़ी में पीडियाट्रिशियन सांची रस्तोगी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में बच्चों की डॉक्टर ने पैरासिटामोल देने से जुड़ी 5 अहम बातें बताई हैं, जो हर माता-पिता को पता होनी चाहिए. आइए जानते हैं इनके बारे में- 

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नंबर 1- कितनी सुरक्षित है पैरासिटामोल?

डॉक्टर सांची रस्तोगी बताती हैं, पैरासिटामोल, जिसे एसिटामिनोफेन (Acetaminophen) भी कहते हैं, बच्चों में बुखार कम करने के लिए सबसे सुरक्षित दवा है. इससे अलग बच्चों को कभी भी एस्पिरिन (Aspirin) जैसी दवाएं न दें, क्योंकि यह वायरल बीमारी के दौरान लिवर को नुकसान पहुंचा सकती है.

नंबर 2- डोज का रखें ध्यान 

पीडियाट्रिशियन कहती हैं, पैरासिटामोल की सही मात्रा बच्चे के वजन के हिसाब से तय होती है. जैसे- अगर दो बच्चे हैं और दोनों 2 साल के हैं, लेकिन एक का वजन 8 किलो है और दूसरे का 12 किलो, तो दोनों को दी जाने वाली दवा की मात्रा अलग होगी. इसलिए हमेशा बच्चे का वजन जानकर ही दवा दें.

नंबर 3- ड्रॉप्स और सिरप में फर्क समझें

मार्केट में पैरासिटामोल ड्रॉप्स और सिरप दोनों रूप में आती है. डॉक्टर बताती हैं, ड्रॉप्स ज्यादा कॉन्सन्ट्रेटेड (गाढ़ी) होती हैं. उदाहरण के लिए, 1ml ड्रॉप्स में 100mg पैरासिटामोल होता है, जबकि सिरप में 25 या 50mg. इसलिए दवा देने से पहले लेबल जरूर पढ़ें और सही मात्रा दें.

नंबर 4- कॉम्बिनेशन दवाओं से बचें

कई बार पैरासिटामोल को अन्य दवाओं जैसे मेफेनामिक एसिड (Mefenamic Acid) या इबुप्रोफेन (Ibuprofen) के साथ मिलाकर दिया जाता है. डॉक्टर का कहना है कि बच्चों को ऐसी दवाएं बिना विशेषज्ञ की सलाह के न दें.

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नंबर 5- पुरानी दवा का इस्तेमाल न करें

इन सब से अलग डॉक्टर बताती हैं, अक्सर घर में रखी पुरानी दवा का इस्तेमाल कर लिया जाता है. लेकिन पुरानी या लंबे समय से खुली बोतल की दवा का असर कम हो सकता है. कोशिश करें कि नई बोतल का इस्तेमाल करें.

पीडियाट्रिशियन के मुताबिक, ये छोटी-छोटी सावधानियां आपके बच्चे की सेहत के लिए बहुत मददगार साबित होंगी.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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