Brain Boosters: अक्सर कहा जाता है कि जिनका दिमाग तेज होता है वे लोग जीवन में निरंतर आगे बढ़ते जाते हैं, वे सफलता के पीछे नहीं भागते बल्कि सफलता खुद इन लोगों के पीछे आती है और जिंदगी की हर कठिनाई से ये लोग अपनी सूझबूझ से पार पा लेते हैं. देखा जाए तो यह सही भी है. व्यक्ति की दिमागी सेहत (Brain Health) अच्छी हो और दिमाग तेज हो तो वह जीवन में आगे बढ़ता जाता है. लेकिन, दिमाग खुद ब खुद तेज नहीं होता बल्कि व्यक्ति की रोजमर्रा की आदतें उसकी दिमागी सेहत को दुरुस्त रखने और ब्रेन पावर बढ़ाने में मदद करती हैं. यहां सुबह की कुछ ऐसी ही अच्छी आदतों (Good Habits) का जिक्र किया जा रहा है जिससे व्यक्ति की ब्रेन पावर बढ़ती है और दिमाग शार्प होने लगता है.
दिमाग तेज बनाने वाली आदतें | Habits That Boost Brain Power
सुबह उठते ही फोन से दूर रहनासुबह उठते ही फोन में लग जाने की आदत दिमाग के लिए हानिकारक हो सकती है. इसके उलट अगर व्यक्ति सुबह उठने के कुछ देर बात तक फोन में नहीं लगता है और फोन से दूरी बनाकर रखता है तो इसका उसकी दिमागी सेहत पर अच्छा असर हो सकता है. इससे स्ट्रेस मैनेजमेंट में भी मदद मिलती है. वहीं, डिजिटल मीडिया की नेगेटिविटी सुबह-सुबह व्यक्ति के दिमाग पर जोर नहीं डालती.
बहुत से लोग सुबह उठकर एक्सरसाइज करते हैं. सुबह की एक्सरसाइज (Exercise) ना सिर्फ शारीरिक रूप से आपको दुरुस्त रखती है बल्कि इससे मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है. ऐसे में सुबह के समय सैर करना, स्ट्रेचिंग, योगा या रनिंग वगैरह का शरीर पर अच्छा असर दिखता है. इससे दिमाग तेज होता है और मेमोरी पावर भी बढ़ती है.
उठने के बाद सुबह के नाश्ते में जो कुछ खाया जा रहा है उसका भी दिमागी सेहत पर असर पड़ता है. सुबह का नाश्ता अच्छा हो तो इसका सकारात्मक असर दिमाग पर पड़ता है. वहीं, ज्यादा तेल या मसालेदान नाश्ता पेट को बिगाड़ता है और ब्रेन के लिए भी कुछ खासा अच्छा साबित नहीं होता. तेज दिमाग (Sharp Brain) के लिए प्रोटीन, हेल्दी फैट्स और विटामिन वाला नाश्ता करें.
सुबह उठने के बाद और ऑफिस या कॉलेज के लिए निकलने से पहले थोड़ा-बहुत पढ़ना दिमाग तेज करने में अहम भूमिका निभाता है. पढ़ने से ना सिर्फ ज्ञान में वृद्धि होती है बल्कि इससे आपकी मानसिक सेहत भी दुरुस्त रहती है और दिमाग की अच्छी एक्सरसाइज हो जाती है सो अलग. आप सुबह के समय कोई किताब या अखबार पढ़ने की आदत डाल सकते हैं.
सुबह के समय व्यक्ति अगर रोजाना आधी-अधूरी नींद लेकर उठता है तो इससे उसका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है. ऐसे में नींद पूरी करना बेहद जरूरी होता है. पूरी नींद होने पर ब्रेन फंक्शन बेहतर होता है. इसे याद्दाश्त तेज (Sharp Memory) होने में भी मदद मिलती है और दिनभर में व्यक्ति का दिमाग खुला हुआ महसूस होता है सो अलग.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.