Healthy Foods: चाहे पेट की सेहत का ख्याल रखना हो या फिर वजन मैनज करने का मसला हो, फाइबर से भरपूर फूड्स खाए जा सकते हैं. फाइबर से युक्त डाइट सेहत को कई फायदे देती है. फाइबर कब्ज (Constipation) को दूर करता है, पाचन को ठीक रखता है, वजन घटाने में मदद करता है, पेट को लंबे समय तक भरे होने का एहसास देता है जिससे बार-बार भूख नहीं लगती और तो और फाइबर (Fibre) के सेवन से डायबिटीज के मरीजों को भी फायदा मिलता है. आप भी अपनी सेहत को दुरुस्त रखने के लिए इन फाइबर से भरपूर चीजों को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं.
फाइबर से भरपूर फूड्स | Fibre Rich Foods
केलाकेला फाइबर से भरपूर फल है. इसमें इनसोल्यूबल फाइबर पाया जाता है जो पाचन को धीमा करता है और जिससे लंबे समय तक पेट भरा होने का एहसास होता है. कई लोगों को यह भी लगता है कि केला (Banana) खाने से मोटापा बढ़ता है जबकि सीमित मात्रा में केला खाया जाए तो वजन कम करने में भी मददगार साबित होता है. आप रोजाना बेझिझक एक केला भी खा सकते हैं.
बादाम और पिस्ता जैसे सूखे मेवे फाइबर से भरपूर होते हैं. इन्हें खाने पर गट हेल्थ अच्छी रहती है और लंबे समय तक पेट भरा रहता है सो अलग. पेट की सेहत (Stomach Health) दुरुस्त रखने के लिए खासतौर से पिस्ता खाया जा सकता है जिसमें हैल्दी फैट्स और फाइबर के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं.
गर्मियों में खासतौर से खीरा मिलता है. खीरा ठंडा होता है, रस से भरा होता है और ताजगी भी देता है जिस चलते इसे इस मौसम में खानपान में शामिल किया जाता है. खीरे में फाइबर और एंटी-ऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में होते हैं जो सेहत के लिए अच्छे हैं.
फलों में सबसे सेहतमंद फल सेब को कहा जाता है. यह भी कहते हैं कि दिन में एक सेब खाने पर डॉक्टर तक दूर रहते हैं. सेब (Apple) फाइबर से भरपूर होते हैं और एक मध्यम आकार के सेब में 4.4 ग्राम तक फाइबर पाया जाता है. सेब सलाद में खा सकते हैं, इसे सादा खाया जा सकता है या फिर सेब के शेक्स या स्मूदी बनाकर पी सकते हैं.
दाल खाने में स्वादिष्ट भी खूब होती हैं और सेहत के लिए फायदेमंद भी. दालों में अनेक पोषक तत्वों के साथ-साथ फाइबर की भी अत्यधिक मात्रा पायी जाती है. एक कप पकी दाल में 13.1 ग्राम तक फाइबर पाया जाता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.