Ram Mandir Dhwajarohan: अयोध्या में राम मंदिर का काम पूरा हो चुका है, जिसके बाद अब मंदिर के शीर्ष पर ध्वज लहराने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर में ध्वजारोहण करेंगे. विवाह पंचमी के मौके पर ये कार्यक्रम आयोजित हो रहा है. इस ध्वजारोहण कार्यक्रम को लेकर पिछले कई दिनों से खास तैयारियां चल रही थीं, जिसके बाद अब खास तरीके से इस विशालकाय ध्वज को मंदिर के ऊपर लगाया जाएगा. खास बात ये है कि इस ध्वज को इस तरह से बनाया गया है कि इस पर न तो कड़ी धूप का कोई असर होगा और ना ही तेज बारिश इसे नुकसान पहुंचा सकती है. आइए जानते हैं कि इस ध्वज की क्या खासियत हैं.
राम मंदिर के ध्वज में क्या है खास?
- राम मंदिर पर लगने वाले ध्वज का रंग केसरिया है और ये देखने में काफी खूबसूरत लग रहा है.
- राम मंदिर के लिए बनाए गए ध्वज पर सूर्यदेव और ऊँ का निशान है, साथ ही कोविदार वृक्ष की छवि दिख रही है.
- ध्वज 20 फुट लंबा और 10 फुट चौड़ा है और इसका वजन 2 से 3 किलोग्राम के बीच है.
- अहमदाबाद के एक पैराशूट स्पेशलिस्ट ने इसे डिजाइन किया है.
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किसी मौसम का नहीं होगा असर
राम मंदिर के ध्वज को खास तरीके से तैयार किया गया है. इस पर किसी भी मौसम की मार नहीं पड़ सकती है. यानी हर मौसम में झंडा वैसे ही मजबूती से लहराता रहेगा. मंदिर के इस ध्वज को हाथों से तैयार किया गया है और इसमें एविएशन-ग्रेड पैराशूट नायलॉन और रेशम मौजूद है. यानी तेज धूप पड़े या फिर तेज बारिश हो, ये झंडा हर तरह के मौसम को आसानी से झेल सकता है. इसमें कुल तीन लेयर का इस्तेमाल किया गया है.
एकता और गरिमा का प्रतीक
राम मंदिर पर लगने वाला ये ध्वज गरिमा, एकता और सांस्कृतिक निरंतरता का संदेश देता है. इसे रामराज्य के आदर्शों का प्रतीक माना जाता है. श्री राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि यह 'धर्म ध्वज' त्याग और समर्पण का प्रतीक है. इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए इस खास ध्वज को तैयार किया गया है.














