एप्लीकेशन प्रोसेस जनवरी 2018 से शुरू किया जाएगा.
नेशनल थर्मल पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनटीपीसी) ने एग्जिक्यूटिव ट्रेनी की वेकन्सी निकाली है. अपने इन पदों पर कंपनी गेट परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवारों को हायर करेगी. यह भी देखा जाएगा कि इस परीक्षा में आवेदनकर्ता ने कितने मार्क्स स्कोर किए हैं. एग्जिक्यूटिव ट्रेनी 2018 रिक्रूटमेंट के लिए इंजीनियरिंग के इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इंस्ट्रुमेंटेशन एंड माइनिंग जैसे ट्रेड्स पर एनटीपीसी रिक्रूटमेंट करेगा. इसके लिए एप्लीकेशन प्रोसेस जनवरी 2018 से शुरू किया जाएगा. लेकिन इससे पहले सभी उम्मीदवारों को गेट 2018 के लिए एप्लाई करना जरूरी होगा. जिसकी परीक्षा फरवरी 2018 में आयोजित होगी.
गेट 2018 के लिए एप्लीकेशन प्रोसेस 1 सितंबर 2017 से शुरू हो चुका है, जिसकी आखिरी तारीख 5 अक्टूबर 2017 है. ऑनलाइन एप्लीकेशन प्रोसेस के शुरू होते ही एनटीपीसी की तरफ से इंजीनियरिंग की हर ब्रांच की पोस्ट के बारे में बताया जाएगा. जिससे आवेदन करने वालों को यह पता लग पाएगा कि उनके ट्रेड में कितनी पोस्ट चाहिए.
एग्जिक्यूटिव ट्रेनी के लिए NTPC का सेलेक्शन प्रोसेस
इस पोस्ट के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों का उनके ऑनलाइन टेस्ट के मुताबिक चयन किया जाएगा. इसके अलावा गेट 2018 में उनके मार्क्स को भी देखकर सलेक्शन प्रोसेस होगा. इसके बाद सेलेक्ट हुए उम्मीदवारों को ग्रुप डिसकशन और इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा. इन दोनों में ही उम्मीदवारों को कम से कम पासिंग मार्क्स लाने होंगे. इन सभी परीक्षाओं के नंबर जोड़कर मैरिट लिस्ट तैयार की जाएगी. फाइनल मैरिट लिस्ट को 85 प्रतिशत गेट स्कोर, 5 प्रतिशत ग्रुप डिशकशन और 10 प्रतिशत इंटरव्यू में बांटा जाएगा.
जिन उम्मीदवारों का चयन होगा उन्हें एक साल की ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाएगा. इसके बाद उम्मीदवारों को उनकी फाइनल पोस्टिंग ट्रेनिंग के दौरान उनके प्रदर्शन के आधार पर दी जाएगी.
गेट 2018 के लिए एप्लीकेशन प्रोसेस 1 सितंबर 2017 से शुरू हो चुका है, जिसकी आखिरी तारीख 5 अक्टूबर 2017 है. ऑनलाइन एप्लीकेशन प्रोसेस के शुरू होते ही एनटीपीसी की तरफ से इंजीनियरिंग की हर ब्रांच की पोस्ट के बारे में बताया जाएगा. जिससे आवेदन करने वालों को यह पता लग पाएगा कि उनके ट्रेड में कितनी पोस्ट चाहिए.
एग्जिक्यूटिव ट्रेनी के लिए NTPC का सेलेक्शन प्रोसेस
इस पोस्ट के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों का उनके ऑनलाइन टेस्ट के मुताबिक चयन किया जाएगा. इसके अलावा गेट 2018 में उनके मार्क्स को भी देखकर सलेक्शन प्रोसेस होगा. इसके बाद सेलेक्ट हुए उम्मीदवारों को ग्रुप डिसकशन और इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा. इन दोनों में ही उम्मीदवारों को कम से कम पासिंग मार्क्स लाने होंगे. इन सभी परीक्षाओं के नंबर जोड़कर मैरिट लिस्ट तैयार की जाएगी. फाइनल मैरिट लिस्ट को 85 प्रतिशत गेट स्कोर, 5 प्रतिशत ग्रुप डिशकशन और 10 प्रतिशत इंटरव्यू में बांटा जाएगा.
जिन उम्मीदवारों का चयन होगा उन्हें एक साल की ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाएगा. इसके बाद उम्मीदवारों को उनकी फाइनल पोस्टिंग ट्रेनिंग के दौरान उनके प्रदर्शन के आधार पर दी जाएगी.
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