उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रशिक्षित युवाओं तथा कौशल विकास के इच्छुक युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं पैदा करने के लिए बुधवार को एक पोर्टल ''होप'' :हेल्पिंग आउट पीपुल एवरीव्हियर: शुरू किया है. राज्य मंत्रिमंडल की उपस्थिति में शुरू किए गये पोर्टल ''होप'' के बारे में सचिव कौशल विकास रंजीत सिन्हा ने बताया कि इस पोर्टल ने आज से ही इस संबंध में युवाओं का डेटा इकट्ठा करना शुरू कर दिया है और इसमें हाल में बाहर से आये प्रवासियों के अलावा पहले से राज्य में रह रहे युवा भी अपनी सूचना डाल सकते हैं.
उन्होंने बताया कि यह पोर्टल एक प्रकार का प्लेटफार्म है, जिसके माध्यम से तैयार डेटा बैंक के जरिए न केवल युवाओं के लिए रोजगार तलाशे जाने में आसानी होगी बल्कि रोजगार देने वाले भी अपनी जरूरत के हिसाब से लोगों को ढूंढ सकेंगे.
सिन्हा ने कहा कि पोर्टल के माध्यम से उन युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जा सकेगी जो प्रशिक्षण पाना चाहते हैं या उनमें और वृद्धि करना चाहते हैं.
उन्होंने बताया कि इस पोर्टल में प्रशिक्षित या प्रशिक्षण के इच्छुक व्यक्ति अपने संबंध में अपनी सूचनाएं डालेंगे. उन्होंने बताया कि जब यह डेटा बैंक तैयार हो जाएगा तो उसे हाल में जारी हुई मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से जोड़ा जाएगा.
सचिव ने बताया कि प्रत्येक गांव के स्तर पर डेटा बैंक के विश्लेषण की योजना बनायी गई है.
उन्होंने कहा कि यदि किसी गांव के 20 युवा इस पोर्टल पर जानकारी डालते हैं तो क्लिक करते ही हमें उसकी जानकारी मिल जाएगी और उस गांव के लिए योजना बनाने में आसानी होगी. उन्होंने कहा, ''कोविड 19 के कारण रोजगार के अवसरों में हुई कमी के द्रष्टिगत मुख्यमंत्री रावत जी का प्रयास है कि युवाओं को प्रशिक्षित करके या पहले से प्रशिक्षित युवाओं में और रिफाइनमेंट करके उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाए.''
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