जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की गोलीबारी में हुई मौतें.
पाकिस्तान अपने आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) से बुरी तरह बौखलाया हुआ है. वह बिना किसी उकसावे के एलओसी के पास लगातार गोलीबारी कर रहा है. गुरुवार को उसने लगातार 14वें दिन सीजफायर का उल्लंघन किया है. ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च होने के बाद भी पाक ने कुपवाड़ा, बारामुल्ला, उरी और अखनूर इलाके में गोलीबारी (Pakistan Ceasefire) की और मोर्टार गोले दागे थे. इस घटना में चार बच्चों और एक सैनिक समेत कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 57 अन्य घायल हुए हैं. ये जानकारी अधिकारियों के हवाले से सामने आई है.
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पाकिस्तानी सेना ने यह गोलाबारी भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए जाने के बाद की. यह पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान की ओर से की गई भारी गोलाबारी में से एक है.
बॉर्डर पर पाकिस्तान की बौखलाहट
पाकिस्तान की अंधाधुंध गोलाबारी की वजह से सैकड़ों लोगों को भूमिगत बंकरों में शरण लेने या सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा. ऐसा इसलिए क्योंकि इस गोलाबारी में मकान, वाहन और एक गुरुद्वारा समेत विभिन्न इमारतें नष्ट हो गईं. इससे सबसे अधिक प्रभावित पुंछ जिले और राजौरी तथा उत्तरी कश्मीर के बारामूला और कुपवाड़ा में सीमावर्ती निवासियों में दहशत उत्पन्न हो गई.
अधिकारियों ने कहा कि भारतीय सेना गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रही है, जिसके परिणामस्वरूप दुश्मन पक्ष के कई लोग हताहत हुए हैं, क्योंकि गोलीबारी में शामिल उनकी कई चौकियां नष्ट कर दी गई हैं. दोनों देशों के बीच 25 फरवरी, 2021 को संघर्षविराम समझौते के नवीनीकरण के बाद यह पहली बार है कि इतनी भारी गोलाबारी देखी गई है.
पुंछ में 13 लोगों की मौत, मकान-वाहनों को नुकसान
अधिकारियों ने बताया कि सभी 13 लोगों की मौत पुंछ जिले में हुई, जबकि 42 लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई गई है. पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास बालाकोट, मेंढर, मनकोट, कृष्णा घाटी, गुलपुर, केरनी और यहां तक कि पुंछ जिला मुख्यालय से भी गोलाबारी की सूचना है, जिसके परिणामस्वरूप दर्जनों आवासीय मकानों और वाहनों को नुकसान पहुंचा है.
गोलाबारी में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने में हुई मुश्किल
सीमा पार से गोलाबारी बुधवार दोपहर तक तेज रही और बाद में रुक-रुक कर जारी रही, जो अगले कुछ घंटे तक ज़्यादातर पुंछ सेक्टर तक ही सीमित रही. अधिकारियों ने बताया कि भारी गोलाबारी के कारण स्थानीय लोगों को पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. गोलाबारी में पुंछ बस स्टैंड भी क्षतिग्रस्त हो गया और कई बसें क्षतिग्रस्त हो गईं. पुंछ नगर में एक गुरुद्वारा और आस-पास के मकानों पर तोप का गोला गिरने से तीन सिखों की मौत हो गई. पंजाब की कई पार्टियों ने इस घटना की निंदा की है.
बारामूला जिले के उरी सेक्टर में सीमा पार से हुई गोलाबारी में पांच बच्चों समेत 10 लोग घायल हो गए जबकि राजौरी जिले में तीन अन्य घायल हो गए. उन्होंने बताया कि कुपवाड़ा जिले के करनाह सेक्टर में गोलाबारी के कारण कई घरों में आग लग गई.