SMS अस्पताल में आग, अचानक धुएं का गुबार उठा.. मरीजों को निकालने का मौका तक नहीं, परिजनों ने बताई आपबीती

SMS Hospital Fire: राजस्थान की राजधानी जयपुर के एसएमएस अस्पताल के आईसीयू वॉर्ड में लगी आग ने 8 लोगों की जान ले ली है. इस हादसे के बाद राज्य सरकार ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं. इस आग में जिन्होंने अपने लोगों को खोया है वो बेहाल हैं.

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Rajasthan Jaipur SMS Hospital Fire Accident
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  • जयपुर के SMS अस्पताल में आग से अबतक 8 मरीजों की हुई है मौत
  • राज्य सरकार ने आग लगने की घटना के जांच का दिया आदेश
  • मरीजों के परिजनों ने बताया आग का भयानक मंजर
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जयपुर:

मेरे मौसी का लड़का था सर.. उसको एक-दो दिन में छुट्टी मिलने वाली थी..इतना कहते-कहते जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल (SMS हॉस्पिटल ) के बाहर खड़े एक मरीज को परिजन का गला भर आया. रविवार की रात इस अस्पताल के आईसीयू में लगी आग ने 8 लोगों की जान ले ली जबकि 5 की हालत गंभीर है. मरीज के परिजनों ने मंजर बयां किया है वो डरावना है. अस्पताल के आईसीयू में आग बुझाने की मशीन तक नहीं थी. मरीजों को उसके हाल पर छोड़ दिया गया. काले धुएं के गुबार में 8 जान चली गई. 

'कुछ दिनों में उसे छुट्टी मिलने वाली थी'

अस्पताल के बाहर खड़े एक मरीज के परिजन ओमप्रकाश ने बताया कि मेरी मौसी का लड़का इस अस्पताल में भर्ती था. उसकी उम्र 25 साल थी. शख्स ने बताया कि उसे बस छुट्टी ही मिलने वाली थी कि ये घटना घट गई। शख्स ने बताया कि रात 11 बजकर 20 मिनट पर जो धुआं निकला था उसके बाद मैंने डॉक्टरों को चेतावनी दी थी. उन्होंने बताया कि मैंने कहा कि धुआं निकला है तो मरीजों को दिक्कत हो सकती है. धीरे-धीरे धुआं बढ़ गया. जैसे-जैसे धुआं बढ़ता गया डॉक्टर और कंपाउंडर सब बाहरनिकल गए. फिर अचानक से धुएं का गुबार उठा. इसमें मरीजों को निकालना मुश्किल हो गया. फिर भी चार-5 मरीज निकाले गए. कुछ मरीज अंदर ही रग गए जो बचाए नहीं जा सके. 1,2,3,4 बेड के मरीज खत्म हो गए. 

'आग बुझाने के उपकरण नहीं थे'

आग लगने की घटना के बाद अस्पताल के बाहर खड़े नरेंद्र नाम के एक शख्स ने कहा कि वो अपनी मां को यहां लेकर आए हैं. उन्होंने बताया कि वह खाना खाने नीचे आए थे. आईसीयू में आग लगीथी पर किसी ने कुछ बताया नहीं. आईसीयू में आग बुझाने वाली मशीन भी नहीं थी. कोई कुछ करने वाला नहीं था. नरेंद्र ने कहा कि वह अपनी मां का इलाज कराने यहां आए थे। 

राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं. जांच के लिए एक कमिटी का गठन भी कर दिया गया है. मेडिकल एजुकेशन विभाग के कमिश्नर इकबाल खान इस आग लगने की घटना की जांच करेंगे. इस जांच में ये पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि आग कैसे लगी है. 

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अस्पतालों में आगजनी पर केंद्र की गंभीर चिंता

जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में लगी आग की घटना पर केंद्र ने गहरी चिंता जताई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अस्पतालों में आग लगने की घटनाएं बेहद गंभीर हैं और लगातार चिंता का विषय बनी हुई हैं. केंद्र सरकार लगातार राज्यों को आगजनी रोकथाम के दिशा-निर्देश भेज रही है. इसको लेकर साल में कम से कम तीन बार राज्यों के साथ बैठकें की जाती हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने घटना को अत्यंत पीड़ादायक बताया है. दरअसल फायर सेफ्टी प्रबंधन के लिए मानक प्रोटोकॉल पहले से लागू है. केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर सभी राज्यों को पत्र भेजकर पालन सुनिश्चित करने को कहा जाता है. इसके बावजूद ऐसी घटनाएं नहीं रुक रही हैं.

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