जमशेदपुर में आयोजित दो करोड़ रुपये की इनामी राशि वाले पीजीटीआई टाटा ओपन गोल्फ टूर्नामेंट का समापन रविवार को भव्य रूप किया गया. चार दिनों तक चले इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का खिताब युवा गोल्फर युवराज संधू ने अपने नाम किया. इस जीत के साथ युवराज संधू एक ही पीजीटीआई सत्र में सात खिताब जीतने वाले पहले भारतीय गोल्फर बन गए हैं. युवा गोल्फर युवराज संधू का 6 साल पुराना सपना अब जाकर पूरा हुआ है. वहीं प्रतियोगिता के समापन के साथ ही विजेता के नाम की घोषणा होते ही दर्शकों और खेल प्रेमियों में उत्साह का माहौल देखने को मिला.
पीजीटीआई टाटा ओपन का आयोजन जमशेदपुर के दो प्रमुख गोल्फ कोर्स- गोलमुरी गोल्फ कोर्स और बेल्डीह गोल्फ कोर्स में किया गया. दोनों कोर्स पर चार दिनों तक चले मुकाबलों में खिलाड़ियों ने अपनी तकनीक, धैर्य और रणनीति का बेहतरीन प्रदर्शन किया.
विभिन्न देशों के 126 गोल्फरों ने लिया हिस्सा
पीजीटीआई टाटा ओपन गोल्फ टूर्नामेंट में भारत समेत विभिन्न देशों के कुल 126 पेशेवर गोल्फरों ने हिस्सा लिया था. प्रतियोगिता में देश के टॉप-10 गोल्फरों की मौजूदगी ने मुकाबले को और भी रोमांचक बना दिया. खिलाड़ियों ने उच्च स्तर का खेल प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित किया.
युवराज संधू ने जीता खिताब
युवराज संधू को 30 लाख का पुरस्कार
पीजीटीआई टाटा ओपन गोल्फ टूर्नामेंट समापन समारोह के मुख्य अतिथि टाटा स्टील के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं एशिया पैसिफिक के सीईओ टीवी नरेंद्रन रहे. उन्होंने विजेता युवराज संधू को 30 लाख रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि टाटा स्टील हमेशा से खेलों को बढ़ावा देता रहा है और यह टूर्नामेंट हर वर्ष और अधिक भव्य रूप लेता जा रहा है, जिसमें देश-विदेश के खिलाड़ी भाग लेते हैं.
6 साल से युवराज संधू ले रहे थे टूर्नामेंट में हिस्सा
वहीं खिताब जीतने के बाद युवा गोल्फर युवराज संधू ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि टाटा ओपन गोल्फ चैंपियन बनना उनका सपना था, जो आज पूरा हुआ है. उन्होंने बताया कि वह पिछले 6 वर्षों से इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले
रहे थे और इस बार चैंपियन बनना उनके लिए गर्व और खुशी का क्षण है.
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