देश के उपराष्ट्रपति के रूप में गुरुवार, 11 अगस्त को जगदीप धनखड़ शपथ लेने जा रहे हैं, और राज्यसभा के मौजूदा पदेन सभापति वेंकैया नायडू कार्यकाल बुधवार, 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है. उन्हें विदाई देने के लिए सदन में सत्तापक्ष तथा विपक्ष के नेता बोल रहे हैं. इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी किसी काम को बोझ नहीं माना, और हमेशा बेहद लगन से काम में जुटे रहे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद के उच्च सदन राज्यसभा में वेंकैया नायडू की प्रशंसा करते हुए कहा, "आपके वन-लाइनर्स विन-लाइनर्स (Win-liners) भी होते हैं, जिनके बाद कुछ भी कहने की ज़रूरत नहीं रह जाती." उन्होंने कहा, "आपकी किसी बात का कोई कभी विरोध नहीं कर पाया."
वेंकैया नायडू के लेखक रूप की प्रशंसा में PM नरेंद्र मोदी ने कहा, "आपकी किताबों में आपकी शब्द प्रतिभा झलकती है."
राज्यसभा के सभापति के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा, "मैंने आपको हमेशा लगन से काम में जुटे देखा है, और आपने किसी काम को कभी भी बोझ नहीं माना. मैंने आपको बेहद निकट से काम करते देखा है, विधायक के तौर पर, सांसद के तौर पर, BJP अध्यक्ष के तौर पर और कैबिनेट मंत्री के रूप में भी."
इसी अवसर पर कांग्रेस नेता तथा सदन में प्रतिपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "हम दो अलग-अलग विचारधाराओं के लोग हैं. आपकी विचारधार अलग हो सकती है, और मेरी विचारधारा अलग, यह सभी को मालूम है. आपसे मुझे कुछ शिकायतें भी हो सकती हैं, लेकिन यह वक्त शिकायत करने का नहीं है."
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