विश्व बैंक ने भारत को स्वास्थ्य, निजी निवेश के लिए 1.75 अरब डॉलर का सहयोग दिया

विश्व बैंक ( World Bank) ने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना और निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए कुल 1.75 अरब अमेरिकी डॉलर (US Dollar) (लगभग 13,834.54 करोड़ रुपये) के कर्ज को मंजूरी दी है.

Advertisement
Read Time: 10 mins
इस धनराशि का उपयोग देश भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए किया जाएगा.
नई दिल्ली:

विश्व बैंक ( World Bank) ने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना और निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए कुल 1.75 अरब अमेरिकी डॉलर (US Dollar) (लगभग 13,834.54 करोड़ रुपये) के कर्ज को मंजूरी दी है. इस कर्ज में से एक अरब डॉलर स्वास्थ्य क्षेत्र (Health Sector) के लिए दिए जाएंगे, जबकि शेष 75 करोड़ डॉलर अर्थव्यवस्था में निजी क्षेत्र के निवेश को बढ़ावा देने के लिए दिए जाएंगे. यह कर्ज विकास नीति ऋण (डीपीएल) के रूप में होगा. विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक मंडल ने भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र को समर्थन बढ़ाने के लिए 50-50 करोड़ डॉलर के दो पूरक ऋणों को मंजूरी दी.

विश्व बैंक ने शुक्रवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि एक अरब डॉलर के इस संयुक्त वित्तपोषण के जरिए विश्व बैंक भारत की प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (पीएम-एबीएचआईएम) का समर्थन करेगा. इस योजना की शुरुआत अक्टूबर 2021 में हुई थी.

इस धनराशि का उपयोग देश भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए किया जाएगा. एजेंसी ने कहा कि एक ऋण के तहत आंध्र प्रदेश, केरल, मेघालय, ओडिशा, पंजाब, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश जैसे सात राज्यों को प्राथमिकता दी जाएगी. विश्व बैंक के बोर्ड ने बुनियादी ढांचे, छोटे व्यवसायों और हरित वित्त बाजारों में निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए विकास नीति ऋण को मंजूरी दी.

Advertisement

ये भी पढ़ें- 

ये भी देखें-हमारे पास 170 विधायक, बहुमत को लेकर कोई सवाल नहीं है: एकनाथ शिंदे

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Satyendar Jain पर 7 करोड़ की रिश्वत लेने और केंद्र सरकार की कंपनी पर देने का आरोप, क्या है मामला?