"RSS के लिए काम कर रहे हैं...": VC की नियुक्ति के मुद्दे पर CPM का केरल के राज्यपाल पर निशाना

माकपा के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि केरल के राज्यपाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के हमदर्द हैं.

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माकपा के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने मंगलवार को किया विरोध प्रदर्शन.
तिरुवनंतपुरम:

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPI-M) ने मंगलवार को राज्य के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के खिलाफ नौ विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध मार्च निकाला. माकपा के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि केरल के राज्यपाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के हमदर्द हैं. दरअसल केरल के राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान ने केरल के विभिन्न विश्वविद्यालयों में वीसी की नियुक्ति के मुद्दे की ओर इशारा करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि कुलपति की नियुक्ति राज्यपाल की जिम्मेदारी थी.

खान ने केरल विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी विश्वविद्यालय, कोचीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, केरल मत्स्य और महासागर अध्ययन विश्वविद्यालय, कन्नूर विश्वविद्यालय, एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय, श्री शंकराचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय, कालीकट विश्वविद्यालय के कुलपतियों का इस्तीफा मांगा था.

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केरल उच्च न्यायालय ने सोमवार को कहा था कि विभिन्न विश्वविद्यालयों के सभी नौ कुलपति अपने पद पर बने रह सकते हैं, जब तक कि कुलाधिपति उन्हें कारण बताओ नोटिस के बाद अंतिम आदेश जारी नहीं कर देते. अदालत ने यह भी स्पष्ट किया था कि याचिकाकर्ता अपने पदों पर बने रहने के लिए पात्र होंगे, हालांकि कानून और विनियमों के पूर्ण अनुपालन में जब तक चांसलर अंतिम आदेश जारी नहीं करते.

माकपा के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि केरल के राज्यपाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के हमदर्द हैं. गोविंदन ने कहा कि "राज्यपाल को कानून के अनुसार कुलाधिपति नियुक्त किया गया था और यदि कानून अमान्य है, तो न तो चांसलर होगा और न ही राज्यपाल. यह शर्मनाक है कि राज्यपाल को लगता है कि उनके पास एक राजा की शक्ति है और वह जो कुछ भी कर रहा है वह सही है." 

गोविंदन ने आगे कहा कि राज्यपाल आरएसएस के लोगों को राज्य में विश्वविद्यालयों के कुलपति के रूप में नियुक्त करने की कोशिश कर रहे थे. वह आरएसएस के लिए काम कर रहे हैं. यह केरल के उच्च शिक्षा क्षेत्र को तबाह करने का एक प्रयास है. 'सेव द यूनिवर्सिटी फोरम' नामक एक पेपर संगठन है. उस मंच की कड़ी विपक्ष के नेता हैं. राज्यपाल के रुख का समर्थन कर विपक्ष के नेता सांप्रदायिकता का समर्थन कर रहे हैं.

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