बीजेपी द्वारा नए राज्यपालों की नियुक्ति की गई है और इसके साथ ही कई शीर्ष नेताओं की राजनीति की सक्रिय पारी भी खत्म हो गई है. दरअसल, ओम माथुर और संतोष गंगवार को नया राज्यपाल बनाया गया है. ओम माथुर सिक्किम के राज्यपाल बनाए गए हैं. वहीं संतोष गंगवार को झारखंड के राज्यपाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं, नरेंद्र मोदी के विश्वस्त नौकरशाह के कैलाशनाथन को पुड्डुचेरी का उपराज्यपाल बनाया गया है.
बनवारीलाल पुरोहित समेत इन राज्यपाल का कार्यकाल हुआ समाप्त
इसी के साथ जिन राज्यपालों की छुट्टी हो गई है जिसमें पंजाब के बनवारीलाल, महाराष्ट्र के रमेश बैस, राजस्थान के कलराज मिश्र, छत्तीसगढ़ के विश्वभूषण हरिचंदन, मणिपुर के अनुसुइया उइके आदि शामिल हैं. इन सभी शीर्ष बीजेपी नेताओं के राज्पाल के कार्यकाल की समाप्ति के साथ ही उनकी राजनीति पारी भी समाप्त हो गई है.
बनवारीलाल पुरोहित
बनवारीलाल पुरोहित वरिष्ठ राजनीतिक व्यक्तित्व हैं. उन्होंने पिछले चार दशकों से सार्वजनिक मामलों को बड़े पैमाने पर आकार दिया है. बनवारीलाल पुरोहित नागपुर से तीन बार लोकसभा सदस्य रहे हैं और पिछले सौ वर्षों से मध्य भारत के सबसे पुराने और सबसे अधिक प्रसारित अंग्रेजी दैनिक 'हितवाद' के प्रबंध संपादक हैं.
रमेश बैस
रमेश बैस मध्य प्रदेश और वर्तमान छत्तीसगढ़ की राजनीति के साथ-साथ राष्ट्रीय राजनीति में भी एक प्रतिष्ठित नाम रहे हैं. रमेश बैस को संसदीय राजनीति, सामाजिक कार्य और संगठन कार्य में पांच दशक से अधिक का अनुभव है. उन्होंने सार्वजनिक जीवन में पार्षद से लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री और राज्यपाल तक विभिन्न जिम्मेदारियां निभाई हैं.
कलराज मिश्र
वहीं कलराज मिश्र पूर्व में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल एवं सोलहवीं लोकसभा में सूक्ष्म एवं लघु उघोग मंत्री रहे हैं. लोकसभा चुनाव 2014 में वह उत्तर प्रदेश की देवरिया सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर निर्वाचित हुए थे. कलराज मिश्र ने राजस्थान के राज्यपाल के रुप में 09 सितम्बर 2019 को शपथ ग्रहण की थी और अब उनका कार्यकाल समाप्त हो गया है.
विश्वभूषण हरिचंदन
विश्वभूषण हरिचंदन ओडिशा सरकार में 4 बार मंत्री रह चुके हैं. 1977, 1990, 2000 में और इसके बाद 2004 से 2009 तक वह मंत्री राज्य के मंत्री बने रहे हैं. मंत्री की भूमिका में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कानून, राजस्व, ग्रामीण विकास, खाद्य और नागरिकता आपूर्ति, आवास, श्रम और रोजगार, संसाधन विकास विभाग, सांस्कृतिक मामले, मत्स्य पालन और पशु-पालन आदि अहम विभागों को संभाला है.
इन राज्यपाल का कार्यकाल भी जल्द होने वाला है समाप्त
इनके अलावा कुछ और राज्यपाल हैं जिनका कार्यकाल या तो समाप्त हो गया है या जल्दी ही होने वाला है. ऐसे में उनकी जगह भी नए राज्यपालों की नियुक्ति संभव है. उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल का कार्यकाल 29 जुलाई को समाप्त हो रहा है. गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत का कार्यकाल 22 जुलाई को समाप्त हो गया है. केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का कार्यकाल 6 सितंबर को समाप्त होने वाला है. वहीं हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय का कार्यकाल 11 सितंबर को समाप्त होगा.