अमेठी में मिली करारी हार के बाद क्या मोदी 3.0 में स्मृति ईरानी को मिलेगी जगह?

अमेठी में मिली हार के बाद बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि मैंने हर क्षेत्र में, हर गांव में, लोगों के बीच जाकर काम किया. इस क्षेत्र को मैंने अपने जीवन के 10 वर्ष दिए. हार या जीत के बाद भी मेरा इस क्षेत्र की जनता से जुड़ाव रहा और यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा पल है.

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अमेठी सीट से कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा ने स्मृति ईरानी को हराया है.
नई दिल्ली:

आज नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति भवन में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं. मोदी के साथ आज कुछ सांसद भी मंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगे. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की तीसरी सरकार में क्या स्मृति ईरानी को एक बार फिर से केंद्रीय मंत्री का पद मिलेगा. ये सवाल हर किसी के मन में आ रहा है. दरअसल इस बार लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को हार का सामना करना पड़ा है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को हराकर अमेठी सीट जीतने वाली ईरानी को इस बार कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा से एक लाख 67 हजार 196 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा. ऐसे में उनका मंत्री बनना इतना आसान नहीं होनेवाला है. 

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स्मृति ईरानी का राजनीतिक सफर...

स्मृति ईरानी साल 2003 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं थी. साल 2004 में उन्हें महाराष्ट्र युवा विंग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था. स्मृति ने 14वीं लोकसभा का चुनाव  दिल्ली के चांदनी चौक निर्वाचन क्षेत्र से लड़ा था. ये चुनाव उन्होंने कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के खिलाफ लड़ा था. हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. 

स्मृति ईरानी ने कई टीवी सीरियल में काम किया हुआ है. 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' के जरिए इनको हर घर में पहचान मिली थी.

साल 2014 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी को उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट से टिकट दिया गया था. इस निर्वाचन क्षेत्र से स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था. ईरानी को राहुल गांधी ने 1,07,923 मतों से हराया था.

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अगस्त 2011 में स्मृति ईरानी गुजरात से राज्यसभा पहुंची थी और सांसद बनीं थी. 

कैबिनेट में मिली जगह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मृति ईरानी को अपनी पहली कैबिनेट में मानव संसाधन विकास मंत्री नियुक्त किया था. हालांकि उनकी नियुक्ति की काफी आलोचना की गई थी. जुलाई 2016 में कैबिनेट फेरबदल में ईरानी को कपड़ा मंत्रालय सौंप दिया गया था. बाद में उन्हें सूचना और प्रसारण मंत्रालय (भारत) का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था.

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साल 2019 में अमेठी से मिली जीत

2019 के आम चुनावों में एक बार फिर से ईरानी को अमेठी सीट से टिकट दी गई थी और उन्होंने चुनाव में राहुल गांधी को बुरी तरह से हराया था. हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी का जादू नहीं चल पाया और भारी मतों से हार गई.

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