केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सोमवार देर रात बिहार में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भारत में रामनवमी जुलूस और हनुमान जयंती नहीं मनाई जाए तो क्या ये बांग्लादेश, अफगानिस्तान, पाकिस्तान या अन्य देशों में मनाएं? उन्होंने कहा कि इस देश में नहीं तो रामनवमी का जुलूस कहां निकाला जाए? पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में? केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि देश भर में कई स्थानों पर रामनवमी के जुलूसों पर हुए हालिया हमले "गंगा जमुनी तहज़ीब के दावों" (भारत की समग्र संस्कृति) के विपरीत हैं. बीजेपी नेता ने कहा कि आजादी के बाद नई मस्जिदों के निर्माण देश में हुए. देश में "मुसलमानों की आबादी में कई गुना वृद्धि" हुई. लेकिन देश ने कभी भी इसपर आपत्ति नहीं जताई.
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केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि पाकिस्तान में मंदिरों को बड़े पैमाने पर तोड़ा जा रहा है. वहां हिंदू लगभग विलुप्त हो रहे हैं. अब, धैर्य समाप्त हो रहा है". बिहार के बेगूसराय के सांसद सिंह ने कर्नाटक के हुबली और दिल्ली के जहांगीरपुरी में पुलिस अधिकारियों पर हमले जैसी घटनाओं पर भी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि वे गोरखपुर में हुई घटना से स्तब्ध हैं. जहां एक आईआईटी स्नातक ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाले धार्मिक संस्थान गोरखधाम पीठ पर हमला किया था. इस दौरान आरोपी ने सुरक्षा कर्मियों पर हमला किया था. जिसके बाद उसपर यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया. सिंह ने पूछा, "देश का बंटवारा 1947 में हुआ था. हमें हिंदू-बहुल या मुस्लिम-बहुल इलाकों की बात करके फिर से वही गलती नहीं करनी चाहिए.
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