अयोग्य करार दिए जाने के बाद भी बनी रहेगी हेमंत सोरेन की कुर्सी? जानें- क्या हैं उनके सामने विकल्प

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दावा किया कि ‘शैतानी ताकतें’ उनकी लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही हैं.

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रांची:

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता जाना तय हो गया है. गुरुवार को चुनाव आयोग ने राज्यपाल रमेश बैस को अपनी रिपोर्ट भेजी थी. जिसके बाद अब राज्यपाल चुनाव आयोग को अपनी अनुशंसा भेजेंगे. बता दें, हेमंत सोरेन झारखंड में खदान का पट्टा लेने के मामले में फंसे हैं. इसी मुद्दे पर लगातार बीजेपी उनके इस्तीफ़े की मांग कर रही है. इस कार्रवाई के बाद हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि झारखंड के अंदर बाहरी ताक़तों का गिरोह सक्रिय है. इस गिरोह ने 20 सालों से राज्य को तहस-नहस करने का संकल्प लिया था. जब उन्हें 2019 में उखाड़ कर फेंका गया तो वे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं कि हम यहां टिक गए हैं.

अयोग्य करार के बाद भी बने रह सकते हैं CM?

चुनाव आयोग की अनुशंसा पर कार्रवाई करते हुए राज्यपाल हेमंत सोरेन को विधानसभा सदस्यता के लिए अयोग्य करार दे सकते हैं. इसके बाद राज्यपाल का आदेश विधानसभा अध्यक्ष को जाएगा. अयोग्य करार दिए जाने के बाद हेमंत सोरेन के पास दो विकल्प बचते हैं. सबसे पहले तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना होगा. उसके बाद महागठबंधन की बैठक करके, उसमें उनके परिवार के किसी सदस्या को नेता चुना जा सकता है. और उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया जा सकता है. 

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दूसरा क्योंकि हेमंत सोरेन को अयोग्य करार दिया जा रहा है. उन्हें चुनाव लड़ने से नहीं रोका जा रहा है. ऐसे में वह दोबारा महागठबंधन का नेता चुने जाने के बाद दोबारा मुख्यमंत्री बन सकते हैं. ऐसे में उन्हें छह महीने में चुनाव जीतना होगा. इसकी संभावना भी ज्यादा जताई जा रही है. वहीं, हेमंत सोरेन की वकीलों की टीम ने अयोग्य करार दिए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी की हुई है.

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कोई इतना आसानी से मुझे नहीं तोड़ सकता है : हेमंत सोरेन

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दावा किया कि ‘शैतानी ताकतें' उनकी लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही हैं. साथ ही, उन्होंने कहा कि ‘वह अपने खून की आखिरी बूंद तक लड़ेंगे.' सोरेन भाजपा पर जमकर बरसे और आरोप लगाया, ‘भाजपा वाले पिछले पांच माह से मुझे सत्ता से हटाने की कोशिश कर रहे हैं. मेरे खिलाफ हर तरह के हथियार चला रहे हैं, ये मेरी गर्दन पर आरी तक चलाने का प्रयास किये लेकिन हर औजार ही टूट जा रहा है. मैं आदिवासी का बेटा हूं, झारखंड का बेटा हूं. कोई इतना आसानी से मुझे नहीं तोड़ सकता है.'

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