पीएम मोदी ने 2019 में अभिजित मुहूर्त में नामांकन दाखिल किया था...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से अपना नामांकन भरने से पहले यहां गंगा नदी के किनारे दशाश्वमेध घाट पर पूजा-अर्चना की. पीएम मोदी ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंगा घाट पर आरती भी की. पीएम मोदी के नामांकन में 12 राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे. वाराणसी लोकसभा सीट से पीएम मोदी तीसरी बार नामांकन पत्र दाखिल करने जा रहे हैं. नामांकन दाखिल करने के लिए पीएम मोदी ने बेहद खास दिन चुना है. पीएम मोदी आज गंगा सप्तमी के अवसर पर पुष्य नक्षत्र में नामांकर भरेंगे.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वाराणसी से नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन को एक मेगा इवेंट कहें, तो गलत नहीं होगा. लगभग 12 राज्यों के मुख्यमंत्री और 18 केंद्रीय मंत्री पीएम मोदी के नामांकन में शामिल होने जा रहे हैं. इस पल को यादगार बनाने की पूरी तैयारियां हो गई हैं.
- इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 24 अप्रैल 2014 को वाराणसी से पहली बार नामांकन दाखिल किया था. इसके बाद 26 अप्रैल 2019 को काशी के कोतवाल कहे जाने वाले काल भैरव से आशीर्वाद लेने के बाद पीएम मोदी ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर अभिजित मुहूर्त में 11 बजकर 55 मिनट पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था.
- आज गंगा सप्तमी है... इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी के गंगा नदी में स्नान करने की भी उम्मीद है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन किए गए किसी भी कार्य से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. नामांकन पुष्य नक्षत्र के दौरान किया जाएगा... ऐसा माना जाता है कि इस नक्षत्र में किया गया कोई भी कार्य शुभ होता है और सफल होने की संभावना होती है. इस शुभ संयोग में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करीब 11 बजकर 40 मिनट पर अपना नामांकन दाखिल करेंगे.
- हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के समय बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौजूद नहीं रहेंगे. नीतीश ने सोमवार को ही बिहार बीजेपी के नेताओं को बता दिया था कि वो चुनाव प्रचार से भी मंगलवार को ब्रेक ले रहे हैं. वैसे बिहार से एनडीए के अन्य नेता जैसे चिराग़ पासवान, जीतन राम मांझी वाराणसी में उपस्थित रहेंगे.
- प्रधानमंत्री मोदी के चार प्रस्तावक पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय सोनकर होंगे. पंडित गणेश्वर शास्त्री ने ही अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकाला था. ये ब्राह्मण समाज से हैं. बैजनाथ पटेल ओबीसी समाज से आते हैं और संघ के पुराने और समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं. लालचंद कुशवाहा भी ओबीसी बिरादरी से हैं, जबकि संजय सोनकर दलित समाज से हैं.
- प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 और 2019 में वाराणसी से अपने नामांकन से पहले बाबा कालभैरव का दर्शन किया था. इस मंदिर के महंत का कहना है कि वाराणसी में बगैर बाबा कालभैरव की अनुमति के बगैर कोई रह नहीं सकता है. इस बार तो बाबा की उत्पत्ति का दिन मंगलवार को पड़ रहा है. इस दिन दर्शन करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है.
- पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से तीसरी बार नामांकन पत्र दाखिल करने से एक दिन पहले सोमवार को गंगा नदी के प्रति अपने विशेष लगाव को प्रकट करते हुए कहा, "आज मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया है".
- मोदी ने सोमवार को काशी में लंका से काशी विश्वनाथ धाम तक करीब छह किलोमीटर लंबा रोड शो करने के बाद सोशल मीडिया मंच “एक्स” पर एक पोस्ट कर कहा, “बाबा विश्वनाथ की नगरी की देवतुल्य जनता-जनार्दन का नमन और वंदन! आज मेरा रोम-रोम काशी के कण-कण का अभिनंदन कर रहा है.” उन्होंने कहा, “रोड शो में आप सबसे जो अपनत्व और आशीर्वाद मिला है, वो अकल्पनीय और अतुलनीय है। मैं अभिभूत और भावविभोर हूं!”
- प्रधानमंत्री ने इसी संदेश में 2014 के अपने एक बयान की याद दिलाते हुए कहा, “आपके स्नेह की छांव में 10 वर्ष कैसे बीत गए, पता ही नहीं चला। तब मैंने कहा था कि मां गंगा ने मुझे बुलाया है। आज मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया है.”
- प्रधानमंत्री ने कहा, “ मुझे विश्वास है कि विकसित उत्तर प्रदेश के साथ-साथ विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में विकसित वाराणसी अपना अमूल्य योगदान देगी. बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से मैं भी उनकी काशी की सेवा में सदैव समर्पित रहूंगा। जय बाबा विश्वनाथ!” वाराणसी में सातवें चरण में एक जून को मतदान होगा.
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