'मैं किसका एजेंट हूं, आपस में तय कर लें' : सपा, कांग्रेस, BJP के 'अपशब्दों' पर बोले असदुद्दीन ओवैसी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने एएनआई के हवाले से कहा, "बिहार चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी साहब की पार्टी का इस्तेमाल करने की बीजेपी की रणनीति एक हद तक सफल रही है. सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को वोट-कटर ओवैसी साहब के बारे में सतर्क रहना चाहिए."

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एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) की सियासी तैयारियों के बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने गुरुवार को कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और भाजपा के लिए एक संदेश दिया. उन्होंने यह संदेश तीनों राजनीतिक दलों द्वारा उन्हें "एजेंट" कहे जाने पर दिया. ओवैसी ने सपा-बसपा के गढ़ जौनपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "योगी आदित्यनाथ, अखिलेश यादव और कांग्रेस आपस में ये तय कर लें कि मैं किसका एजेंट हूं."

ओवैसी ने कहा कि "आपने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को यह कहते हुए सुना होगा कि ओवैसी समाजवादी पार्टी के एजेंट हैं. वहीं, सपा का कहना है कि ओवैसी बीजेपी के एजेंट हैं. कांग्रेस कहती है कि मैं बीजेपी की बी टीम हूं. मैं उन सभी से कहना चाहता हूं कि तीनों बैठकर आपस में तय कर लें कि मैं किसका एजेंट हूं."

उल्लेखनीय है कि पिछले साल बिहार में विधानसभा चुनाव के बाद ओवैसी को कांग्रेस ने "वोट कटवा" कहा था. ओवैसी की पार्टी ने महत्वपूर्ण सीमांचल क्षेत्र में 20 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, जहां मुस्लिम आबादी अच्छी खासी है. पार्टी ने मुस्लिम वोटों को विभाजित करते हुए पांच सीटें जीती थीं और इस क्षेत्र में व्यापक जीत की महागठबंधन की उम्मीदों को कुचल दिया था.

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने एएनआई के हवाले से कहा, "बिहार चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी साहब की पार्टी का इस्तेमाल करने की बीजेपी की रणनीति एक हद तक सफल रही है. सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को वोट-कटर ओवैसी साहब के बारे में सतर्क रहना चाहिए." कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने उन्हें सीधे तौर पर "भाजपा एजेंट" कहा.

बता दें कि दो दिन पहले योगी आदित्यनाथ ने ओवैसी को समाजवादी पार्टी का एजेंट बताया था. उन्होंने कहा, "सब जानते हैं कि ओवैसी सपा के एजेंट के तौर पर भावनाओं को भड़का रहे हैं लेकिन अब यूपी दंगों के लिए नहीं बल्कि दंगा मुक्त राज्य के तौर पर जाना जाता है." योगी ने कहा कि पहले राज्य में हर "तीसरे या चौथे दिन" दंगे होते थे.

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उन्होंने कहा, "मैं उस व्यक्ति को चेतावनी देना चाहूंगा जो एक बार फिर सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) के नाम पर भावनाओं को भड़काने की कोशिश कर रहा है." मुख्यमंत्री ने कहा, "मैं चाचा जान' और 'अब्बा जान' के समर्थकों को ध्यान से सुनने के लिए कह रहा हूं कि अगर भावनाओं को भड़काकर राज्य के माहौल को खराब करने की कोशिश की गई, तो राज्य सरकार इससे सख्ती से निपटेगी."

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