कौन हैं माणिक साहा...? दूसरी बार बनने जा रहे त्रिपुरा के मुख्‍यमंत्री

भाजपा में शामिल होने से पहले माणिक साहा कांग्रेस में थे. वह 2016 में बीजेपी में शामिल हुए थे. भाजपा से जुड़ने के बाद उन्हें बूथ प्रबंधन समिति और राज्य स्तरीय स्दस्यता अभियान के प्रभारी का जिम्मा सौंपा गया था.

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माणिक साहा के शपथग्रहण में शामिल होंगे कई बड़े नेता
नई दिल्‍ली:

माणिक साहा मुख्यमंत्री के तौर पर दूसरी बार त्रिपुरा की बागडोर संभालने जा रहे हैं. 70 साल के साफ-सुथरी छवि वाले माणिक साहा ने 2016 में भाजपा का दामन थामा था. वह पेशे से डेंटल सर्जन रहे हैं. इसके बाद वह राजनीति के अखाड़े में उतर आए और अब दूसरी बार प्रदेश के मुख्‍यमंत्री बनने जा रहे हैं. त्रिपुरा में भाजपा के विधायक दल की बैठक में सोमवार को माणिक साहा को दोबारा मुख्यमंत्री बनाये जाने का निर्णय लिया गया. भाजपा के एक प्रवक्ता ने विधायक दल की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि पार्टी के सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से साहा को दोबारा मुख्यमंत्री बनाये जाने का समर्थन किया.    

दंत चिकित्सक से बने राजनेता 
70 वर्षीय डॉ. माणिक साहा दंत चिकित्सक से राजनेता बने हैं. वह 2016 में भाजपा में शामिल हुए थे. लखनऊ में किंग जॉर्ज के मेडिकल कॉलेज से पास आउट हैं। बीजेपी द्वारा बिप्लब देब को हटाने के बाद वह 2022 में मुख्यमंत्री बने. माणिक साहा एक खिलाड़ी भी थे और त्रिपुरा क्रिकेट एसोसिएशन के प्रमुख रहे हैं. माणिक साहा 2020 से 2022 के बीच त्रिपुरा में बीजेपी के प्रमुख भी रह चुके हैं. मुख्यमंत्री बनने से पहले वे राज्यसभा के लिए चुने गए थे. एक मृदुभाषी सज्जन राजनेता के रूप में पहचाने जाने वाले साहा की छवि ने त्रिपुरा में भाजपा को सत्ता विरोधी लहर से बचाने में मदद की है.

माणिक साहा के शपथग्रहण में शामिल होंगे ये नेता 
शपथ ग्रहण समारोह आठ मार्च को होगा. इसमें शामिल होने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा मंगलवार शाम अगरतला पहुंचेंगे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की संभावना है. भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्रियों के भी शपथ ग्रहण में शामिल होने की संभावना है. भाजपा ने 60-सदस्यीय विधानसभा में 32 सीट जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है, जबकि उसके सहयोगी दल इंडिजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) ने एक सीट जीती है. राज्य विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 16 फरवरी को हुआ था तथा नतीजों की घोषणा दो मार्च को की गयी थी.

भाजपा से पहले कांग्रेस में थे माणिक साहा  
भाजपा में शामिल होने से पहले माणिक साहा कांग्रेस में थे. वह 2016 में बीजेपी में शामिल हुए थे. भाजपा से जुड़ने के बाद उन्हें बूथ प्रबंधन समिति और राज्य स्तरीय स्दस्यता अभियान के प्रभारी का जिम्मा सौंपा गया था. इस जिम्‍मेदारी को उन्‍होंने बखूबी निभाया. माणिक साहा को सीएम बनने से एक महीने पहले ही राज्यसभा सांसद चुना गया था। सीएम बनाए जाने के बाद उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता छोड़ दी थी.

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