व्हाइट हाउस ने की काबुल एयरपोर्ट पर रॉकेट हमले की पुष्टि, कहा - ऑपरेशन 'बाधित नहीं'

अमेरिका ने माना है कि काबुल एय़रपोर्ट पर रॉकेट हमला किया गया है. हालांकि उसने स्पष्ट किया है कि इससे अमेरिकी और दूसरे देशों के नागरिकों को सुरक्षित वापस निकालने का अभियान नहीं रुका है और उड़ानें बदस्तूर जारी हैं.

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Kabul Airport अभी अमेरिकी सेना के नियंत्रण में है.
वाशिंगटन:

अमेरिका (US) ने माना है कि काबुल एय़रपोर्ट पर रॉकेट हमला (Kabul Airport Rocket Attack) किया गया है. हालांकि उसने स्पष्ट किया है कि इससे अमेरिकी और दूसरे देशों के नागरिकों को सुरक्षित वापस निकालने का अभियान नहीं रुका है और उड़ानें बदस्तूर जारी हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस ने की काबुल एयरपोर्ट पर रॉकेट हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि ऑपरेशन 'बाधित नहीं हुआ है. दरअसल, काबुल एयरपोर्ट पर 4 से ज्यादा रॉकेट दागे गए हैं. हालांकि इनमें किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. किसी आतंकी संगठन ने अभी तक इन रॉकेट हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है. 

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद अमेरिका की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. उसे 31 अगस्त तक अफगानिस्चान (Afghanistan) से अपने नागरिकों को हटाने की प्रक्रिया पूरी करनी है. लेकिन इस बीच हमले बढ़ते जा रहे हैं. विस्फोटक से भरी कार पर अमेरिकी ड्रोन हमले (US Drone Strike) के बाद सोमवार सुबह काबुल एय़रपोर्ट के आसपास पर कई रॉकेट दागे गए. सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, इनमें से कई रॉकेट काबुल एयरपोर्ट पर भी फायर किए गए.

न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, हवाई अड्डे के पास कई जगहों पर धुंआ उठता हुए देखा गया. एयरपोर्ट पर लगे मिसाइल डिफेंस सिस्टम द्वारा रॉकेट को इंटरसेप्ट किए जाने की भी सूचना मिली है. काबुल हवाईअड्डे पर लगी मिसाइल डिफेंस सिस्टम का सायरन भी सुना गया. स्थानीय अफगान लोगों कहा कि सड़क पर छर्रे भी गिरे. एयरपोर्ट के मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने कम से कम एक रॉकेट को इंटरसेप्ट किया है. रॉकेट हमले में किसी के हताहात होने की सूचना अभी तक नहीं है.

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सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि इन रॉकेट्स को शहर के उत्तरी इलाके से किसी वाहन से दागा गया था. हालांकि यह रॉकेट हमला किसने किया, इसका पता नहीं चल पाया है. पिछले हफ्ते काबुल एय़रपोर्ट पर हुए आत्मघाती हमले की जानकारी आईएसआईएस-खुरासान गुट ने ली थी. अमेरिका ने जवाब में आतंकी समूह के दो बड़े साजिशकर्ताओं को ड्रोन हमले में मार गिराने का दावा किया था. 

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