मुंबई में नया फ्लैट खरीदने के लिए नहीं जुटा पाए पैसे तो गढ़ दी फर्जी डकौती की कहानी

मुंबई पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों से बारी-बारी से अलग-अलग पूछताछ शुरू की. पूछताछ के दौरान पुलिस को दोनों के बयान में काफी अंतर दिखा. इसके बाद ही पुलिस को उनपर शक हुआ.

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प्रतीकात्म चित्र
मुंबई:

मुंबई में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. पुलिस के अनुसार एक शख्स जब अपने नए फ्लैट को खरोदीने के लिए तय रकम देने में असफल रहा तो उसने फर्जी डकौती की एक कहानी गढ़ दी. लेकिन वह उस वक्त पकड़ा गया जब पुलिस ने उस से सख्ती से पूछताछ की. पुलिस ने आरोपी की पहचान अजीत पटेल के रूप में की है. 

सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया अजीत पटेल ने, जो अंधेरी ईस्ट का रहने वाला है,पुलिस से खुदके साथ डकौती होने की शिकायत की थी. इसके बाद हमने जांच शुरू की. अजीत ने पुलिस को बताया कि उनके साथ डकौती बाइक सवार शख्स ने की थी. लेकिन जब पुलिस ने बताई गई जगह के आस पास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई तो इसमें कोई ऐसी घटना नहीं दिखी. इसके बाद पुलिस को अजीत और उसके साथी पर शक हुआ. पुलिस अधिकारी ने कहा कि माटुंगा पुलिस ने घटना के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए पटेल और उनके साथ आए एक अन्य व्यक्ति से पूछताछ शुरू की.

दोनों आरोपियों के बयान अलग-अलग

दोनों से अलग-अलग पूछताछ की. इस दौरान जिस डकैती की घटना के बारे में वे बात कर रहे थे, उसके बारे में पुलिस को उनके बयानों में एकरूपता नहीं दिखी. इसके बाद पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया और सीसीटीवी फुटेज की जांच की. पुलिस अधिकारी ने कहा, तकनीकी सहायता की मदद से उन्होंने पाया कि वहां कोई डकैती नहीं हुई थी. 

पुलिस के सामने कबूला जुर्म

उन्होंने कहा कि जैसे ही शिकायतकर्ता को एहसास हुआ कि पुलिस ने उसकी लूट की शिकायत को गलत पाया है, उसने पुलिस को सच्चाई बताई और माना कि उनके साथ कोई डकैती नहीं हुई है. पुलिस के अनुसार अजीत के साथ दूसरा व्यक्ति उसका ड्राइवर था. अजीत पटेल ने पुलिस को बताया कि उसने एक फ्लैट खरीदा था, लेकिन चूंकि वह 35 लाख रुपये जुटाने में विफल रहा, जिसका उसे भुगतान करना था. उसने अपनी डकैती की एक कहानी गढ़ी ताकि उसे इस पैसे का भुगतान करने के लिए अधिक समय मिल सके.
 

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