एक तरफ खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोपी भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को चेक रिपब्लिक से अमेरिका लाया गया है. वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एपीएनएसए) जेक सुलिवन और भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल की नई दिल्ली में मुलाकात हुई. पन्नू मामले की आंच भारत और अमेरिका के अच्छे रिश्तों पर भी पड़ती दिख रही है. जहां आईसीईटी की बैठक में सुलिवन और डोभाल के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई. ऐसे में पन्नू से जुड़े मामले पर भी बातचीत की उम्मीद जताई जा रही थी. लेकिन इस दौरान अजीत डोभाल और जेक सुलिवन के बीच क्या पन्नू मामले पर भी कोई चर्चा हुई. इस पर कोई पुख्ता खबर नहीं मिल रही है और ना ही इस पर कोई बात कर रहा है. इस मुद्दें पर दोनों के बीच बातचीत होना इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि भारत और अमेरिका के रिश्ते काफी अच्छे रहे हैं, लेकिन अब इस मामले ने दोनों देशों के बीच के रिश्तों में कड़वाहट बढ़ाने का काम किया है.
भारतीय शख्स निखिल गुप्ता पर क्या आरोप
अमेरिका में खालिस्तानी आतंकी पन्नू की सुपारी देकर हत्या कराने की साजिश में शामिल होने के आरोपी भारतीय शख्स निखिल गुप्ता को अब अमेरिका की एक अदालत में मुकदमे का सामना करना पड़ेगा. अटॉर्नी जनरल मेरिक गार्लैंड ने यह जानकारी देते हुए कहा कि देश अपने नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की कोशिशों को बर्दाश्त नहीं करेगा. गुप्ता (53) को न्यूयॉर्क में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में अमेरिका सरकार के अनुरोध पर 30 जून, 2023 को चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था, जिसे 14 जून को अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था.
डेमोक्रेट सीनेटरों ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
डेमोक्रेट सीनेटरों के समूह ने अमेरिकी सरकार से कहा कि वह भारतीय अधिकारियों को जवाबदेह ठहराने के लिए कार्रवाई भी करे और एक “स्पष्ट संदेश” भेजे कि इस तरह के व्यवहार के परिणाम भुगतने होंगे. सीनेटरों ने कहा कि यह जरूरी है कि हम अमेरिकी नागरिक के अधिकारों के लिए इस तरह के खतरे और अमेरिकी संप्रभुता के उल्लंघन के खिलाफ एक स्पष्ट रुख अपनाएं. इससे पहले, चेक के न्याय मंत्री ने कहा कि उन्होंने 3 जून को प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है. सुलिवन भारत के साथ मामले को आगे बढ़ा रहे हैं, उन्होंने कई मौकों पर कहा है कि अमेरिका इसे बहुत गंभीरता से लेता है और कथित तौर पर साजिश रचने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भारत पर दबाव बना रहा है. उन्होंने पिछले हफ्ते कहा था कि अमेरिका भारत के साथ इस मुद्दे को बहुत उच्च स्तर पर उठाना जारी रखेगा.
जो बाइडेन भी उठा चुके हैं पन्नू का मामला
सुलिवन से सोमवार को अपनी बैठकों में इस मुद्दे को उठाने की उम्मीद थी, लेकिन दोनों पक्ष इस बारे में चुप थे. अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा गुप्ता के खिलाफ आरोपों की घोषणा के बाद से यह पहली बार था जब अमेरिकी एनएसए ने अपने समकक्ष अजीत डोभाल से मुलाकात की. निखिल गुप्ता पर सुपारी देकर हत्या कराने का आरोप लगाया जा रहा है. प्रत्येक मामले में अधिकतम 10 साल की जेल की सजा का प्रावधान है. अभियोग के अनुसार, भारत सरकार के कर्मचारी ने भारत और अन्य जगहों पर गुप्ता सहित अन्य लोगों के साथ मिलकर पन्नू की हत्या की साजिश रची. पिछले साल दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बैठक में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने खुद इस मुद्दे को उठाया था.
(भाषा इनपुट्स के साथ)
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