प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुरुवार को नोएडा के जेवर में एक नए इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) की आधारशिला रखी. उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों से पहले हुए इस भव्य कार्यक्रम और एयरपोर्ट को इलाके में गेमचेंजर के तौर पर पेश किया जा रहा है. एयरपोर्ट से इलाके में क्या बदलाव आ सकते हैं और उसका ब्लूप्रिंट क्या है? इस पर NDTV ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की COO किरण जैन से बात की.
किरण जैन ने बताया कि दिल्ली या आगरा की तरफ से आने वाले यात्रियों को यमुना एक्सप्रेस-वे की तरफ से एयरपोर्ट परिसर में प्रवेश करना होगा. इसके लिए वहां एक गेट बनाने का प्लान है. जैसे ही यात्री एयरपोर्ट परिसर में प्रवेश करेंगे, बाएं हाथ में नागरिक सुविधाओं से युक्त केंद्र PTC मिलेगा. वहां गाड़ी पार्किंग से लेकर चार्जिंग तक की सुविधा होगी. वहां गैस स्टेशन और EV चार्जिंग सिस्टम लगा होगा. वहां फ्यूल के सारे पाइप अंडरग्राउंड होंगे.
जैन ने बताया कि यह एयरपोर्ट टर्मिनल से पहले का हिस्सा होगा. यहां लोग शॉपिंग के लिए आ सकेंगे. वहां रेस्टोरेंट भी होंगे. जैन ने बताया कि टर्मिनल की तरफ जाने वाली सड़क वन-वे रोड सिस्टम होगा, जिसके जरिए एक तरफ से लोग आ सकेंगे और दूसरी तरफ से जा सकेंगे. इससे ट्रैफिक कंजेशन नहीं होगा. यह एयरपोर्ट का स्पाइन रोड होगा.
किरण जैन ने बताया कि एयरपोर्ट पर एक ही लेवल पर आगमन और प्रस्थान होगा. यह इस हवाई अड्डे की खूबसूरती होगी. उन्होंने बताया कि स्पाइन रोड के दोनों तरफ कॉमर्शियल बिल्डिंग्स दिखेंगी, जिसमें होटल्स और शॉपिंग कम्प्लेक्स होंगे. इसी परिसर में एयरपोर्ट कर्मचारियों के दफ्तर होंगे और अलग से एक VVIP टर्मिनल भी होगा. उन्होंने बताया कि फोरकोर्ट कॉन्सेप्ट पर जोर दिया गया है, जहां आने के लिए यात्री होना जरूरी नहीं है.
किरण जैन ने बताया कि एयरपोर्ट को मेट्रो और हाई स्पीड रेल से भी जोड़ने की योजना है. उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट पर पहले चरण में ओपेन पार्किंग बनाया जाएगा. इसके बाद उसे ही मल्टीलेवेल पार्किंग में तब्दील कर दिया जाएगा. एयरपोर्ट का पहला चरण साल 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा. उसके बाद दूसरे और तीसरे चरण में भी एयरपोर्ट का विकास किया जाएगा लेकिन यह यात्रियों के प्रवाह और एयरपोर्ट के बिजनेस मॉड्यूल और मांग पर निर्भर होगा.
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उन्होंने बताया कि 2024 तक उत्तरी रनवे तैयार हो जाएगा. उसके बाद दूसरे और तीसरे रनवे का निर्माण किया जाएगा. जैन ने बताया कि पहले टर्मिनल की क्षमता 3 करोड़ यात्रियों की है लेकिन पहले चरण में इसे 1.2 करोड़ तक सीमित रखने की है. जैन ने बताया कि कार्गो फैसिलिटी एयरपोर्ट के पूर्वी भाग से संचालित किया जाएगा. उसके लिए ट्रक वगैरह सभी गाड़ियों पूर्वी द्वार से आएंगे और जाएंगे.
जैन ने बताया कि पूरा एयरपोर्ट का विकास 25 सालों में पूरा हो सकेगा. एयरपोर्ट पर कुल छह रनवे होंगे. उन्होंने बताया कि इस एयरपोर्ट पर साइनेज ऐसा होगा कि लोग गलत टर्मिनल पर नहीं जा सकेंगे.