क्या है पॉलीग्राफ टेस्ट? कैसे होता है सच और झूठ का फैसला... ऐसे उगलवाये जाते हैं राज

पॉलीग्राफ टेस्‍ट को लाई डिटेक्‍टर टेस्‍ट भी कहा जाता है. यह एक ऐसा टेस्ट है, जिसके जरिए सच और झूठ का पता लगाने की कोशिश की जाती है.

Advertisement
Read Time: 3 mins
नई दिल्‍ली:

कोलकाता में एक महिला ट्रेनी डॉक्‍टर के साथ रेप और मर्डर (Doctor Rape-Murder) मामले में सीबीआई को आरोपी के पॉलीग्राफ टेस्‍ट की अनुमति मिल गई है. सीबीआई इस मामले के मुख्‍य आरोपी संजय रॉय का साइकोलॉजिकल टेस्‍ट पहले ही करवा चुकी है. अब तक की पूछताछ के बाद सीबीआई का मानना है कि आरोपी कुछ छुपा रहा है. यही कारण है कि सीबीआई ने यह टेस्‍ट कराने के लिए अदालत से मंजूरी मांगी थी. यह एक ऐसा टेस्‍ट है जिसके जरिए सच और झूठ का पता लगाने की कोशिश की जाती है. आइए जानते हैं कि पॉलीग्राफ टेस्‍ट किस तरह से किया जाता है और अदालतों में इसकी कितनी स्‍वीकार्यता है. 

पॉलीग्राफ टेस्ट को लाई डिटेक्टर टेस्ट के रूप में भी जाना जाता है. यह इस तरह का परीक्षण है, जो व्यक्ति द्वारा प्रश्‍नों के उत्तर देते वक्‍त उसकी शारीरिक प्रतिक्रियाओं को मापता है. यह परीक्षण यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि क्या व्यक्ति सच बोल रहा है या झूठ बोल रहा है.

इन शारीरिक गतिविधियों पर रहती है नजर 

पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान, व्यक्ति को एक मशीन से जोड़ा जाता है जो उसकी शारीरिक प्रतिक्रियाओं को मापती है, जैसे - 

Advertisement

हृदय गति
रक्तचाप
सांस लेने की दर
त्वचा की विद्युत प्रतिरोधकता
मांसपेशियों की गतिविधि

क्‍या दर्शाता है पॉलीग्राफ टेस्‍ट? 

परीक्षण के दौरान व्यक्ति से प्रश्न पूछे जाते हैं और उसकी शारीरिक प्रतिक्रियाओं को मापा जाता है. यदि व्यक्ति झूठ बोलता है तो उसकी शारीरिक प्रतिक्रियाएं बदल जाती हैं, जैसे हृदय गति बढ़ जाती है, रक्तचाप बढ़ जाता है और उसकी सांस लेने की दर में तेजी आ जाती है. 

Advertisement

पॉलीग्राफ टेस्ट के परिणामों को एक ग्राफ पर दिखाया जाता है, जो यह दर्शाता है कि व्यक्ति की शारीरिक प्रतिक्रियाएं प्रश्नों के उत्तर देने के दौरान कैसे बदलीं. यदि परिणामों में कोई महत्वपूर्ण बदलाव दिखाई देता है तो यह व्यक्ति के झूठ बोलने का संकेत हो सकता है. 

Advertisement

सटीकता पर उठते रहे हैं सवाल 

पॉलीग्राफ टेस्ट की सटीकता पर सवाल उठाए गए हैं. यह परीक्षण अदालतों में साक्ष्य के रूप में स्वीकार नहीं किया जाता है. इसके अलावा कुछ लोगों को पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान तनाव या चिंता हो सकती है, जो परिणामों को प्रभावित कर सकती है.

Advertisement

ये भी पढ़ें :

* "ममता बनर्जी पर उंगली उठाने वालों की उंगलियां तोड़ देंगे ...": विपक्षियों पर भड़के TMC नेता
* कोलकाता रेप-हत्या केस: डॉक्टर के पिता ने उसकी डायरी के फटे पन्ने के बारे में क्या कहा?
* कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर केस : CBI की टीम पहुंची पीड़िता के घर, दर्ज किए जाएंगे बयान

Featured Video Of The Day
Ganesh Visarjan 2024: धूमधाम से विदा हुए गणपति, बप्पामय हुई पूरी मायानगरी Mumbai! | City CentreGanesh Visarjan 2024: धूमधाम से विदा हुए गणपति, बप्पामय हुई पूरी मायानगरी Mumbai! | City CentreGanesh Visarjan 2024: धूमधाम से विदा हुए गणपति, बप्पामय हुई पूरी
Topics mentioned in this article