मेडिकल कोर्स में दाखिले के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी इंट्रेस टेस्ट (NEET-UG 2024) एग्जाम विवादों में घिर गई है. NEET-UG 2024 का एग्जाम 5 मई को हुआ था. एग्जाम में गड़बड़ी और पेपर लीक के आरोप लगने के बाद अलग-अलग जगहों पर स्टूडेंट्स ने प्रोटेस्ट किया. अब मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) तक पहुंच चुका है. याचिका में NEET-UG में हुई अनियमितताओं की जांच कराने और एग्जाम क्वालीफाई करने वाले स्टूडेंट्स को दोबारा एग्जाम देने के निर्देश दिए जाने की मांग की गई है. सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (14 जून) को इस मामले में सुनवाई की. कोर्ट ने NTA यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को दो हफ्तों के अंदर अपना पक्ष रखने को कहा है. मामले की अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी.
इस बीच सवाल उठता है कि हर साल NEET एग्जाम विवादों में क्यों आ जाता है. NEET आखिर कब नीट यानी क्लीन होगी:-
क्या है विवाद?
NEET-UG एग्जाम में बहुत ज्यादा नंबर दिए जाने के आरोप लगे हैं. इस वजह से इस साल रिकॉर्ड 67 कैंडिडेट्स ने परफेक्ट स्कोर के साथ टॉप रैंक हासिल किया है. पिछले साल टॉप रैंक पर मात्र दो स्टूडेंट आए थे. ऐसे में स्टूडेंट्स का आरोप है कि कई कैंडिडेट्स के मार्क्स प्लान के तहत घटाए और बढ़ाए गए हैं. दूसरी ओर, 6 सेंटर में एग्जाम कराने में देरी हुई. समय की बर्बादी की भरपाई के लिए ऐसे सेंटरों में कम से कम 1500 स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स भी दिए गए, जो जांच के दायरे में हैं.
कहां लीक हुए पेपर?
NEET-UG में पेपर लीक होने के भी आरोप लगे हैं. बिहार पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने पिछले महीने कहा था कि उसे जांच से पता चला है कि 5 मई के एग्जाम से पहले करीब 35 स्टूडेंट्स को NEET के पेपर और आंसर मुहैया कराए गए थे. पुलिस ने इस मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया है.
कहां दिए गए थे ग्रेस मार्क्स?
मेघालय, हरियाणा, छत्तीसगढ़, सूरत और चंडीगढ़ के कम से कम 6 एग्जाम सेंटरों में पेपर समय से नहीं बांटे गए थे. यानी स्टूडेंट्स को एग्जाम के लिए 3 घंटे 20 मिनट नहीं मिले थे. स्टूडेंट्स ने समय की बर्बादी की शिकायत की थी. जिसके बाद इन सेंटरों में स्टूडेंट्स को कोर्ट के तैयार फॉर्मूले के आधार पर ग्रेस मार्क्स दिए गए.
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NEET-UG को लेकर किसने दायर की याचिका?
NEET को लेकर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में 41 याचिकाएं दायर की गई हैं. याचिकाकर्ता हितेश सिंह कश्यप और 'फिजिक्सवाला' के फाउंडर अलख पांडेय ने याचिका दायर की है. हितेश सिंह कश्यप ने अन्य राज्यों (ओडिशा, कर्नाटक, झारखंड) के स्टूडेंट्स के गुजरात के गोधरा में एक स्पेशल सेंटर चुनने पर शक जाहिर किया है. याचिकाकर्ता ने कहा कि ‘गुजरात के पंचमहल के गोधरा तालुका में ओडिशा, झारखंड और कर्नाटक जैसे दूरदराज राज्यों के कम से कम 16 स्टूडेंट्स ने कथित तौर पर NEET पास करने के लिए 10-10 लाख रुपये दिए.
स्टूडेंट्स ने उठाए कौन से सवाल?
दिल्ली हाईकोर्ट में मोहम्मद फिरोज और श्रेयांशी ठाकुर ने Answer Key को चुनौती दी है. आदर्श राज गुप्ता ने बिहार में पेपर लीक की जांच को लेकर याचिका दायर की है. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर हाईकोर्ट में लिपिका सोनबोइर ने सेंटर पर क्वेश्चन पेपर देरी से मिलने के खिलाफ याचिका दायर की. राजस्थान के केशव पारीख ने PIL में NEET UG 2024 के रजिस्ट्रेशन री-ओपन को चैलेंज किया है. जबकि जबलपुर हाईकोर्ट में भोपाल की निषिता सोनी और जबलपुर की अमिशी वर्मा ने मार्क्स मिसमैच को लेकर याचिका दी है.
NTA ने क्यों डाली ट्रांसफर याचिका?
स्टूडेंट्स ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और यूपी समेत 7 राज्यों की हाईकोर्ट में NEET में गड़बड़ियों को लेकर याचिकाएं दायर की हैं. इन्हें लेकर NTA ने ट्रांसफर याचिका दायर की है. NTA ने कहा है कि अलग-अलग कोर्ट के अलग-अलग फैसला सुनाने से छात्रों में भ्रम फैल सकता है. इसलिए सभी मामले सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर किए जाएं. यूपी के लखनऊ की आयुषी पटेल ने OMR शीट के फटे होने की वजह से रिजल्ट जेनरेट नहीं होने को चैलेंज किया है. जबकि बंगाल के तन्मय चट्टोपाध्याय ने इतने टफ एग्जाम में 718 और 719 देने पर सवाल खड़े किए हैं.
शिक्षा मंत्री ने क्या कहा?
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, "हमने कुछ स्टूडेंट्स को बुलाया था, उनके परिवार से भी मिल चुके हैं. मैंने उनको भरोसा दिया है कि सरकार पारदर्शी प्रक्रिया के लिए प्रतिबद्ध है. 24 लाख एप्लीकेशन थे. 23 लाख 33 हजार स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया. स्टूडेंट्स की कुछ शंकाएं सामने आई थीं. 6 सेंटरों पर गड़बड़ियों बात भी सामने आई. ग्रेस मार्क्स को लेकर भी आपत्ति आई है. सुप्रीम कोर्ट ने 1500 से ज्यादा स्टूडेंट्स को दोबारा एग्जाम देने का बोल दिया है. कोर्ट जो भी कहेगा हम करेंगे."
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केंद्र ने क्यों रखा था रीएग्जाम का प्रस्ताव?
याचिकाकर्ताओं ने NEET एग्जाम में 1563 कैंडिडेट्स को दिए गए ग्रेस मार्क्स पर आपत्ति जताई थी. NTA ने इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई. कमेटी ने सुझाव दिया है कि ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 कैंडिडेट्स के स्कोरकार्ड कैंसिल किए जाने चाहिए और रीएग्जाम कराया जाना चाहिए. इन स्टूडेंट्स को उनके बगैर ग्रेस मार्क्स वाले ओरिजिनल स्कोर भी बताए जाने चाहिए. 1563 छात्रों के बिना ग्रेस मार्क्स के स्कोर कार्ड जारी किए जाएंगे.
कब होगा रीएग्जाम?
NTA ने NEET UG रीएग्जाम का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. कुल 1563 कैंडिडेट्स का रीएग्जाम 23 जून को होगा. नए एडमिट कार्ड जारी होंगे. रिजल्ट 30 जून तक जारी कर दिया जाएगा. इस एग्जाम में जो कैंडिडेट्स शामिल होने हैं, उन्हें NTA ईमेल के जरिए जानकारी भेजेगा. इन सभी कैंडिडेट्स को उनके ओरिजिनल स्कोर ईमेल पर भेज दिए जाएंगे.