- दुबई एयर शो में क्रैश हुआ LCA तेजस विमान ने नेगेटिव जी टर्न लेते हुए जमीन पर आ गिरा था.
- एविएशन विशेषज्ञों के अनुसार विमान की ऊंचाई अचानक कम होने से दुर्घटना हुई, हालांकि असली कारण जांच से पता चलेगा.
- नेगेटिव जी टर्न में गुरुत्वाकर्षण की दिशा के उलट फोर्स लगता है, जिससे पायलट को चक्कर आ सकते हैं.
दुबई में एक एयर शो के दौरान क्रैश हुआ एलसीए तेजस लड़ाकू विमान ज़मीन से टकराने से पहले नेगेटिव जी टर्न ले रहा था. ये बात उसकी उड़ान को देखने वाले एविएशन एक्सपर्ट्स ने अपने शुरुआती आकलन के आधार पर कही है. बता दें कि इस हादसे में विमान उड़ा रहे पायलट नमन स्याल की मौत हो गई.
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तेजस की ऊंचाई अचानक कम हो गई
एविएशन एक्सपर्ट्स ने नेगेटिव जी टर्न लेने की बात कहते हुए ये भी साफ किया कि विमान में क्या गड़बड़ी हुई, इसकी असली वजह तो जांच के बाद ही सामने आ सकेगी. ये पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि हवा में करतब दिखाते विमान से ऐसी क्या गलती हुई कि वह जमीन पर गिरकर आग का गोला बन गया. उन्होंने कहा कि एयर शो के वीडियो से पता चला है कि हल्के लड़ाकू विमान तेजस ने एक लूप में उड़ान भरने के बाद अपने लेवल पर वापस आने की कोशिश की तो उसकी ऊंचाई अचानक कम हो गई.
नेगेटिव G स्टंट क्या है?
नेगेटिव G का मतलब एयरक्राफ्ट में बैठे लोगों पर गुरुत्वाकर्षण की सामान्य दिशा के उलट फोर्स लगना होता है. प्लेन तेजी से नीचे की तरफ आता है, उस दौरान यह स्थिति पैदा होती है. जब कोई ऐरोबेटिक करतब दिखा रहा होता है को उस दौरान बहुत ज्यादा टर्बुलेंस होता है.
नेगेटिव G बिगड़ने से क्या होता है?
नेगेटिव G अगर सही तरीके से नहीं संभाला जाए तो पायलट को चक्कर आ सकते हैं. वह डायरेक्शन का अंदाजा खो सकता है. यहां तक कि वह बेहोश भी हो सकता है. दरअसल इस दौरान शरीर का खून सिर की तरफ जमा होने लगता है. इसी वजह से लड़ाकू विमानों के पायलटों को खास ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि वे उड़ान भरने के समय नेगेटिव G के असर को संभाल सकें. बता दें कि दुबई में दुर्घटनाग्रस्त हुआ LCA तेजस 2016 से सेवा में था. वह तमिलनाडु के सुलूर के स्क्वाड्रन का था .













