माइक्रोसॉफ्ट में हुई गड़बड़ी से पूरी दुनिया की अलग-अलग कंपनियों के कामकाज पर असर पड़ा है. बताया जा रहा है कि माइक्रोसॉफ्ट में आई ये गड़बड़ी 'क्राउड स्ट्राइक' की वजह से हुआ है. इस गड़बड़ी की वजह से अमेरिका, भारत और आस्ट्रेलिया समेत दुनिया के कई देशों में मौजूद कंपनियों के सिस्टम पर असर पड़ा है. यह गड़बड़ी शुक्रवार को करीब 11 बजे शुरू हुई. भारत के दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और गुरुग्राम जैसे बड़े आईटी हब माने जाने वाले शहरों में मौजूद कंपनियों पर भी इस गड़बड़ी का असर दिखा है. आईटी क्षेत्र से जुड़े जानकार माइक्रोसॉफ्ट में आई इस गड़बड़ी 'क्राउड स्ट्राइक' को जिम्मेदार बता रहे हैं.
आखिर है क्या ये 'क्राउड स्ट्राइक'
क्राउड स्ट्राइक एक साइबर सिक्योरिटी फर्म (कंपनी) है. क्राउड स्ट्राइक एक प्लेटफॉर्म है जो क्लाउड-डिलीवरी तकनीकों के एकीकृत सेट के माध्यम से उल्लंघनों को रोकने के लिए बनाया गया है. जो सभी प्रकार के साइबर हमलों को रोकता है. इसमें मेलवेयर और बहुत कुछ शामिल है. 'क्राउड स्ट्राइक' एडवांस साइबर सिक्योरिटी उपलब्ध कराती है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को जो गड़बड़ी आई है वो कंपनी द्वारा अपडेट करने के बाद हुई है. इसे लेक कंपनी ने जो बयान जारी किया है उसमें कहा गया है कि कंपनी इस गड़बड़ी से वाकिफ है. हमारे इंजीनियर्स इसे फिक्स करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया ने भी दिया बड़ा अपडेट
ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक मिशेल मैकगिनीज के कार्यालय ने इस गड़बड़ी को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मुझे आज दोपहर बड़े पैमाने पर तकनीकी खराबी के बारे में पता चला, जिससे पूरे ऑस्ट्रेलिया में कई कंपनियां और सेवाएं प्रभावित हो रही हैं. हमें अभी तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक यह आउटेज प्रभावित कंपनियों द्वारा नियोजित तीसरे पक्ष के सॉफ़्टवेयर प्लेटफ़ॉर्म के साथ एक तकनीकी समस्या से संबंधित है. हालांकि, उन्होंने इस दौरान 'क्राउड स्ट्राइक' का नाम एक बार भी नहीं लिया.
ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD) क्या है?
ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (बीएसओडी), जिसे ब्लू स्क्रीन एरर, घातक एरर या स्टॉप एरर के रूप में भी जाना जाता है, माइक्रोसॉफ्ट विंडोज और रिएक्टोस ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा प्रदर्शित एक महत्वपूर्ण एरर स्क्रीन है. यह स्क्रीन तब दिखाई देती है जब सिस्टम में कोई गंभीर समस्या आती है.