पश्चिम बंगाल में SIR के बीच चुनाव की तैयारियां तेज, EVM की जांच और अधिकारियों की ट्रेनिंग शुरू

चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) पर किस तरह की सूचना होगी, इसके लिए नए नियम भी पेश किए हैं. इस बार प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्येक उम्मीदवार की तस्वीर भी शामिल की गई है.

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  • पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव आयोग ने EVM की जांच और पूर्वाभ्यास शुरू किया
  • इस बार ईवीएम में प्रत्येक उम्मीदवार की तस्वीर भी शामिल की जाएगी, जो पहली बार मशीनों पर दिखाई जाएगी
  • 2026 के चुनावों में राज्य में मतदान केंद्रों की संख्या बढ़कर लगभग पंद्रह हजार से अधिक हो जाएगी
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कोलकाता:

पश्चिम बंगाल में मतदाता सूचियों के चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के बीच, भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने राज्य में 2026 के विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है. चुनाव आयोग ने शुक्रवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की जांच और मतदान का पूर्वाभ्यास किया. इस अभ्यास का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना और जांचना था कि क्या सभी बटन ठीक से काम कर रहे हैं. क्या बैलेट यूनिट-कंट्रोल यूनिट ठीक से काम कर रही है और क्या वीवीपैट पेपर और तस्वीर सही ढंग से आ रही है.

इस दौरान ईवीएम अधिकारी, वेयरहाउस अधिकारी और जिला मजिस्ट्रेट (डीएम)/जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) सभी जिलों में मौजूद थे और अपने-अपने जिलों में इस प्रक्रिया का प्रशिक्षण दिया.

पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ), मनोज कुमार अग्रवाल ने कहा, "...आज ईसीआई के दिशा-निर्देशों के अनुसार एक बैठक थी, जिसमें सभी डीओ, जिलों के नोडल अधिकारियों और एडीएम के साथ ईवीएम बैठकों की प्रथम-स्तरीय जांच की गई. इस दौरान मशीनों के उपयोग और उसके रखरखाव के संबंध में मैनुअल के सभी प्रावधानों पर चर्चा की गई और लाइव डेमो दिए गए. प्रश्न-उत्तर सेशन भी आयोजित किए गए. इसलिए मैनुअल के बारे में और मशीनों के रखरखाव तथा उपयोग के लिए नियमों, अधिसूचनाओं और परिपत्रों के बारे में सभी डीओ और अन्य अधिकारियों के मन में स्पष्टता है."

अधिकारियों के अनुसार, ईवीएम में कुल 6 वोटिंग बटन होते हैं और प्रत्येक बटन का परीक्षण 16 बार, यानी कुल 96 बार वोटिंग करके किया गया.

चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) पर किस तरह की सूचना होगी, इसके लिए नए नियम भी पेश किए हैं. इस बार प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्येक उम्मीदवार की तस्वीर भी शामिल की गई है. यह पहली बार है जब मशीनों पर किसी उम्मीदवार की तस्वीर शामिल की जाएगी. चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, "तस्वीर ईवीएम बटन के बगल में रखी जाएगी और प्रशिक्षण में भी दिखाई जाएगी."

चुनाव आयोग के अनुसार, 2026 के विधानसभा चुनावों में राज्य भर में लगभग 15,000 मतदान केंद्र ज्यादा होंगे. 2021 के चुनावों में, राज्य में 80,681 मतदान केंद्र थे, 2026 में यह संख्या बढ़कर लगभग 95,000 हो जाएगी.

इससे पहले उप चुनाव आयुक्त ज्ञानेश भारती ने कोलकाता में प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) टीम के कई सदस्यों के साथ एक बैठक की, जहां उन्होंने चल रहे एसआईआर, ईवीएम और वीवीपैट के स्टॉक की उपलब्धता सुनिश्चित करने की तैयारियों सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की. चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, राज्य चुनाव आयोग के पास मशीनों का पूरा स्टॉक मौजूद है.

गौरतलब है कि राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने एसआईआर प्रक्रिया का कड़ा विरोध किया है. पार्टी ने एसआईआर प्रक्रिया को रोकने की मांग करते हुए आरोप लगाया है कि अगर किसी भी योग्य मतदाता का नाम मतदाता सूची से छूट जाता है तो यह नागरिकों के मताधिकार के लिए हानिकारक हो सकता है. बदले में भारतीय जनता पार्टी ने टीएमसी पर चुनाव अधिकारियों पर हमला करने का आरोप लगाया है और कहा है कि वास्तव में टीएमसी ही आगामी चुनावों को अनुचित रूप से प्रभावित करने की कोशिश कर रही है.

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