Weather Updates: दिल्ली-एनसीआर में बारिश से बदला मौसम का मिजाज, जानिए क्यों हो रही है बारिश

दिल्ली-एनसीआर में हुई अचानक बारिश मानसून की वापसी नहीं बल्कि मौसमी सिस्टम का असर है. अगले दो दिन हल्की बारिश रह सकती है.

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  • दिल्ली और उत्तर-पश्चिम भारत में हुई बारिश मानसून के कारण नहीं बल्कि निम्न दबाव क्षेत्र की वजह से है
  • बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण देश के कई हिस्सों में बारिश हो रही है
  • दिल्ली-एनसीआर में बारिश से मौसम का मिजाज बदल गया, दिल्ली के कई इलाकों में जमकर बारिश हुई
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नई दिल्ली:

दिल्ली-एनसीआर और उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में मंगलवार को अचानक हुई बारिश ने लोगों को चौंका दिया. लंबे समय से चुभती धूप और उमस भरी गर्मी के बीच आई इस बरसात से जहां लोगों ने राहत महसूस की, वहीं मौसम विभाग का कहना है कि यह बरसात मानसून का हिस्सा नहीं है. मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार के मुताबिक मानसून दिल्ली और नॉर्थ वेस्ट से विदा हो चुका है. फिलहाल बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने निम्न दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area) की वजह से बारिश हो रही है.

डॉ. कुमार ने बताया कि इसी सिस्टम के कारण राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा रही है. हालांकि यह स्थिति ज्यादा दिनों तक नहीं रहेगी. उन्होंने कहा, “कल और परसों तक हल्की-फुल्की बारिश रहेगी, लेकिन इसके बाद सिस्टम कमजोर पड़ जाएगा. 4 अक्टूबर तक गर्मी बनी रहेगी और उसके बाद ही तापमान में गिरावट शुरू होगी.”

नॉर्थ वेस्ट में तापमान सामान्य से अधिक

मौसम विभाग ने कहा है कि उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में रात का तापमान इस समय सामान्य से 3-5 डिग्री अधिक दर्ज हो रहा है. इसका कारण अरब सागर से आने वाली गर्म और नमी वाली हवाएं हैं. दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे नॉर्थ वेस्ट में कम से कम 4 अक्टूबर तक यही स्थिति रहने वाली है. उसके बाद ही तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी.

सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश की आशंका

इसी बीच गुजरात के तटीय इलाकों में भी मौसम का मिजाज बदलने वाला है. कच्छ की खाड़ी और आसपास के क्षेत्रों में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण 30 सितंबर से 2 अक्टूबर के बीच सौराष्ट्र और कच्छ में कुछ जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी है.

पूर्वी भारत में भी हो सकती है बारिश

2 अक्टूबर से पूर्वी भारत में बारिश का अनुमान है. बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में कई जगहों पर भारी बारिश हो सकती है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह बारिश खरीफ फसलों के लिए मददगार साबित हो सकती है, हालांकि ज्यादा बरसात से निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति भी बन सकती है.

वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और हिमालयी क्षेत्र में अलर्ट

मौसम विभाग के अनुसार 4 अक्टूबर को पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) उत्तर-पश्चिम भारत में दस्तक देगा. इसके असर से दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में एक बार फिर से हल्की बारिश हो सकती है. वहीं 6 अक्टूबर को इसका प्रभाव पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में दिखेगा. जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश और बर्फबारी की आशंका है.

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