देश के कई इलाकों में तापमान तेजी बढ़ रहा है और ज्यादातर हिस्सा भयानक गर्मी के दौर गुजर रहा है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. वहीं, ओडिशा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल में तापमान 41 डिग्री को पार कर चुका है.
भीषण गर्मी के मद्देनजर ओडिशा में स्कूल बंद
ओडिशा सरकार ने भीषण गर्मी पड़ने के भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुमान के मद्देनजर 18 से 20 अप्रैल तक राज्य के सभी सरकारी स्कूल बंद करने की बुधवार को घोषणा की. स्कूल और सामूहिक शिक्षा विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि सरकार ने मौजूदा भीषण गर्मी और दिन के तापमान में वृद्धि को देखते हुए सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी समेत सभी स्कूल तीन दिन के लिए बंद करने का फैसला किया है.
गर्मी और लू की स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक
बिहार के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी और लू की स्थिति के कारण राज्य के कम से कम नौ जिलों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस या इससे ऊपर पहुंच गया. बिहार के मुख्य सचिव ने अत्यधिक गर्मी एवं लू की स्थिति की समीक्षा के लिए आपातकालीन प्रबंधन समूह की बैठक की.
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में सोमवार को लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मुंबई और पड़ोसी ठाणे एवं रायगढ़ जिले में मंगलवार तक लू चलने की चेतावनी जारी की है. आईएमडी के अधिकारियों ने बताया कि तीनों जिलों में अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.
कर्नाटक में तापमान बढ़ रहा है, तो वहीं बेंगलुरु के निवासियों को गर्मी से राहत मिलने की संभावनाएं नहीं है और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले एक सप्ताह तक आईटी हब में बारिश नहीं होने का अनुमान व्यक्त किया है
औसत से अधिक मानसूनी बारिश का अनुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को 2024 में औसत से अधिक मानसूनी बारिश का अनुमान लगाया है, जो देश के कृषि क्षेत्र के लिए अच्छी खबर है. पिछले साल अनियमित मौसम से कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ था.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम. रविचंद्रन ने कहा कि मानसून आम तौर पर 1 जून के आसपास केरल में आता है और सितंबर के मध्य में वापस चला जाता है. इस साल औसत बारिश 106 फीसदी होने की उम्मीद है.
हिमाचल प्रदेश में हिमस्खलन
हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में पुलिस ने मंगलवार को लोगों से चंद्रा नदी से दूर रहने की अपील की तथा हिमस्खलन की आशंका प्रकट करते हुए उन्हें तीव्र ढलानों एवं बर्फीले क्षत्रों में जाने से परहेज करने की सलाह दी. पुलिस ने कहा कि हिमपात एवं वर्षा के कारण मंगलवार सुबह हिमस्खलन होने से चंद्रा नदी में जलप्रवाह अवरूद्ध हो गया था. लेकिन उसे अब सही कर दिया गया. फलस्वरूप उसका जलस्तर बढ़ गया है, इसलिए लोगों को नदी से दूर रहने की सलाह दी जाती है.
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