राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार की ओर से अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला वापस लेने के बाद उनके गढ़ महाराष्ट्र के पुणे जिले के बारामती के पार्टी दफ़्तर में खुशी की लहर है. जैसे ही मुंबई में शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपना फैसला वापस लेने का ऐलान किया तो इस दफ्तर में कार्यकर्ताओं ने तालियां बजाईं और पार्टी का झंडा लेकर नारे लगाए.
एक पार्टी पदाधिकारी ने कहा कि, ''हमको बहुत अच्छा लगा. हमारे साहेब (शरद पवार) एनसीपी के अध्यक्ष बने रहेंगे. हमको बहुत खुशी हुई. बारामती के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत खुशी हुई. पहले पवार के इस्तीफा देने की घोषणा को लेकर उन्होंने कहा कि, ऐसा लग रहा था कि कुछ न कुछ अच्छा होगा.''
एक पार्टी कार्यकर्ता ने कहा कि, ''पिछले दो-चार दिन में यह मसला (पवार के इस्तीफे की घोषणा) सामने आया था. यह भारत के किसानों के लिए बहुत दुखद था. किसानों के लिए सिर्फ एक ही नेता है. उन्होंने सेंटर में एग्रीकल्चर मिनिस्टर रहते हुए हार्टिकल्चर के लिए भी बड़े कदम उठाए. नेशनल हार्टिकल्चर बोर्ड बनाया. इससे देश के किसानों को बहुत सुविधाएं मिलीं. कई योजनाएं वे लाए. इससे मैकेनिज्म बना और एक्सपोर्ट पॉलिसी बन गई. इसी के कारण आज भारत एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट में सबसे आगे है.''
एक कार्यकर्ता ने कहा कि, ''पवार साहब ने जो निर्णय लिया उसका हम सभी बारामतीकर तहे दिल से स्वागत करते हैं. पार्टी को साहेब की जरूरत थी. पवार साहब का अध्यक्ष बने रहना जरूरी था. आशा करते हैं कि पवार साहब पार्टी को और आगे ले जाएंगे.''
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