झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) विधायक दल के नवनिर्वाचित नेता चंपई सोरेन ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह राज्य में नयी सरकार बनाने के लिए राजभवन से निमंत्रण की प्रतीक्षा कर रहे हैं और उन्हें 81 सदस्यीय विधानसभा में 47 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफे और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उनकी गिरफ्तारी के बाद बुधवार को झामुमो के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन का नाम नए मुख्यमंत्री के रूप में प्रस्तावित किया.
चंपई सोरेन ने कहा कि 'राजभवन को नींद से जागना चाहिए'. उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ''हम 15-16 घंटे से इंतजार कर रहे हैं जबकि अन्य राज्यों में सरकार बनाने के दावे और आमंत्रण के दो घंटे के भीतर शपथ दिला दी जाती है.''वह जाहिरा तौर पर बिहार का जिक्र कर रहे थे जहां जद (यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार ने रविवार को महागठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और उसी दिन वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राजग के समर्थन से पुन: मुख्यमंत्री बने.
चंपई सोरेन ने कहा, 'हमने कल राज्यपाल को 43 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा. अब हमें 47 विधायकों का समर्थन प्राप्त है.' एक शीर्ष अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, 'यह (मुख्यमंत्री के बिना कोई राज्य) एक संवैधानिक संकट है...यह अस्वभाविक है.' यह पूछे जाने पर कि क्या कोई संवैधानिक संकट है, राज्यपाल के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने सवाल किया, 'क्या संकट है?'
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद झामुमो नेता हेमंत सोरेन को धनशोधन मामले में बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया गया और पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को उनका उत्तराधिकारी नामित किया गया.
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