100 करोड़ रुपये वसूली के आरोप के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. देशमुख के खिलाफ धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज अनिल देशमुख को हाजिर होने के लिए समन किया था. हालांकि, अनिल देशमुख ने आज भी ED के सामने हाजिर रहने में असमर्थता जताई है. उन्होंने इस संबंध में पत्र लिखकर प्रवर्तन निदेशालय को सूचित भी किया है.
देशमुख ने ED को दिए पत्र में लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट में मेरी अर्जी पर कुछ दिन में सुनवाई हो सकती है. इसलिए उसका फैसला आने तक इंतजार करें. अनिल देशमुख के वकील इंद्रपाल सिंह देशमुख का पत्र लेकर ED के दफ़्तर पहुंचे. राज्य के पूर्व गृहमंत्री को हाजिर होने के लिए तीसरी बार समन भेजा गया था.
अनिल देशमुख ने 29 जून को भी प्रवर्तन निदेशालय के सामने हाजिर होने में असमर्थता जताई थी. उन्होंने इस बाबत पत्र लिखकर ED को सूचित किया था कि उनकी उम्र 72 साल है और वह कई बीमारियों से ग्रसित हैं. उन्होंने कहा था कि अगर ईडी चाहे तो ऑडियो या वीडियो के माध्यम से बयान दर्ज कर सकती है.
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इस बीच अनिल देशमुख ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई से राहत मांगी है. इसलिए आशंका जताई जा रही थी कि जब तक सुनवाई न हो, आज भी अनिल देशमुख ED के सामने हाजिर होने से बचें. ईडी इस मामले में अब तक अनिल देशमुख के निजी सचिव संजीव पलांडे और पी ए कुंदन शिंदे को गिरफ्तार कर चुकी है.
वीडियो: अनिल देशमुख ने ED को लिखी चिट्ठी, पेश नहीं होने की बताई वजह